सिमुलतला विद्यालय के छात्र-छात्राओं के चेहरे पर दिखा उत्साह
जमुई। दो माह की लंबी छुट्टी के बाद सिमुलतला आवासीय विद्यालय पहुंचे छात्र व छात्राएं। छात्र व छात्राओ
जमुई। दो माह की लंबी छुट्टी के बाद सिमुलतला आवासीय विद्यालय पहुंचे छात्र व छात्राएं। छात्र व छात्राओं के चेहरे में बिहार बोर्ड परीक्षा में इतिहास रचने की खुशी का उत्साह उसके चेहरे में स्पष्ट दिखाई दे रहा था। वहीं अभिभावकों ने विद्यालय के कीर्तिमान परीक्षाफल का श्रेय विद्यालय के शिक्षक व शिक्षिकाओं के साथ-साथ छात्र व छात्राओं की कड़ी मेहनत को देते हुए विद्यालय के प्रति सहानुभूति का भाव दिखाए। जानकारी हो कि बिहार बोर्ड के 2015 के परीक्षाफल में सिमुलतला आवासीय विद्यालय के छात्र व छात्राओं ने रिकॉर्ड एक से तीस स्थानों में अपना स्थान बनाकर विद्यालय का नाम राष्ट्रीय स्तर में चर्चित किया था। वर्ग 10 की छात्रा जेलसी के पिता संजय कुमार सिंह जिला नालादा कहते हैं विषम परिस्थिति में विद्यालय के छात्र व छात्राओं के साथ शिक्षक-शिक्षिकाओने जो अद्भुत परीक्षाफल दिया है वह तारीफे काबिल है। वर्ग 10 की छात्रा वर्षा कुमारी के पिता कपिलदेव साह जिला, पूर्णिया कहते हैं यह विद्यालय आने वाला समय में और सफलता का परचम लहराएगा। वर्ग 8 की हेमलता, वर्ग 10 की कुमारी आस्था, वर्ग 8 की अन्नया आनंद विद्यालय के सीनियर छात्र व छात्राओं के रिकॉर्ड सफलता पर कहती है सीनियर भैया व दीदी के द्वारा जो सफलता का परचम लहराया है हमलोग भी आने वाले दिनों में इस सफलता के रिकॉर्ड को बनाए रखने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। विद्यालय प्राचार्य डॉ. राजीव रंजन कहते हैं हमारे बच्चे मेहनती हैं। वह हमारे शिक्षकों के मार्गदर्शन में अपना सबसे अच्छा देते रहेंगे। समय आ गया है हमारे शिक्षक व शिक्षिकाओं को उत्साहित करने का। वहीं उप प्राचार्य सुनील कुमार कहते हैं विद्यालय के छात्र व छात्राओं ने जो सफलता बोर्ड परीक्षा 2015 में अर्जित किया है वह आशा के अनुरूप है और यह सफर निरंतर जारी रहेगा। बल्कि आने वाला समय में विद्यालय के छात्र व छात्राएं और कीर्तिमान में चारचाद लगाएंगे। विद्यालय पहुंचे छात्र व छात्राओं के हौसले देख प्रतीत होता है कि वह और सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए तात्पर्य है। समाचार संकलन तक वर्ग 6 से 10 तक के लगभग तीन सौ छात्र व छात्राएं एवं वर्ग 11वीं के 34 छात्र व छात्राएं विद्यालय पहुंच चुके थे। मौके पर शिक्षक व शिक्षिका विजय कुमार, डा. प्रवीण कुमार, डा. जयंत कुमार, डा. जितेंद्र पाठक, रंजय कुमार, हीरा चौधरी, कुमारी सुनीता, कुमारी पुष्पा, शिप्रा प्रभा, गोपाल शरण शर्मा, अनिता मिश्रा, डा. चन्द्रमाधव सिंह, डा. सुधाशु कुमार, ओपी तिवारी, लेखा पदाधिकारी बेबी कुमारी, विकास कुमार, शिक्षकेत्तर कर्मी नवीन कुमार, राजीव कुमार, प्रेम कुमार, अरविन्द कुमार, प्रमोद कुमार आदि के साथ सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे।