Move to Jagran APP

दिग्घी के रास्ते बेलहर जाने का रास्ता भी हुआ बंद

By Edited By: Published: Tue, 19 Aug 2014 08:44 PM (IST)Updated: Tue, 19 Aug 2014 08:44 PM (IST)
दिग्घी के रास्ते बेलहर जाने का रास्ता भी हुआ बंद

मुरली दीक्षित, जमुई

prime article banner

जमुई में एनएच 333 बाधित होने के बाद वाहनों के दबाव से दिग्घी (लक्ष्मीपुर) होकर बेलहर जाने का रास्ता भी मंगलवार को बंद हो गया। नतीजतन आधा दर्जन से अधिक कांवरिया वाहन फंस गए हैं। बताया जाता है कि बसमत्ता गांव के समीप बीच सड़क पर एक ट्रक के फंस जाने से परिचालन बंद है। बालू लदे भारी ट्रकों के परिचालन से एनएच के कई अन्य पुलिया के संपर्क पथ भी धंस गए है। लक्ष्मीपुर-कोहबरा मोड़, मटिया बाजार व मलयपुर बायपास में संपर्क पथ धंस गया है। परिचालन शुरू होने के बाद इन जगहों पर दुर्घटना की आशंका बनी रहेगी।

एनएच 333 पर अब 21 दिन बाद ट्रैफिक खुलेगा। यद्यपि क्षतिग्रस्त भंवरा पुल को अस्थाई परिचालन लायक बनाने के लिए एनएच ने कवायद शुरू कर दी है। मगर मरम्मत के 21 दिन बाद ही ट्रैफिक के लिए इस मार्ग को खोला जाएगा। यह तभी संभव है जब बारिश न हो।

एनएच के सहायक अभियंता जगन्नाथ यादव ने तकनीकी पदाधिकारियों के साथ क्षतिग्रस्त पुलिया का जायजा लेने के बाद बताया कि पुलिया में ह्यूम पाइप डालकर व ढलाई कर परिचालन लायक बनाया जाएगा। अगर बारिश हुई तो समय सीमा बढ़ जाएगी। एनएच 333 पर पुलिया के धंसने के बाद भागलपुर राज्य खाद्य निगम का 20 ट्रक चावल फंस गया है। ट्रक सासाराम से चावल लेकर भागलपुर जा रहे थे। चावल लदे ट्रक पिछले दो दिनों से लक्ष्मीपुर में खड़े हैं, उन्हें एनएच 333 होकर ही जाने का रूट चार्ट मिला था।

----------------

-----------------

कोट

जमुई के एक संवेदक को पुलिया बनाने का काम सौंपा गया है। ढलाई के 21 दिन बाद पुलिया पर परिचालन शुरू किया जाएगा। परंतु वह भी अस्थाई ही होगा। नई पुलिया बनाने के लिए उच्चाधिकारियों को प्रस्ताव भेजा गया है।

- जगन्नाथ यादव, सहायक अभियंता,

एनएच


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.