जमुई में जारी है भ्रूण हत्या
संवाद सहयोगी, जमुई : भ्रूण हत्या कानूनन अपराध है। इस मामले में दंड के प्रावधान भी हैं। मगर जमुई में स्वास्थ्य विभाग के नाक के नीचे भ्रूण हत्या का खेल जारी है। सदर अस्पताल से सटे इलाके में आधा दर्जन वैसे अवैध क्लिनिक हैं जहां बाहर से ताला लटका होता है परन्तु अंदर अप्रशिक्षित नर्स द्वारा हर दिन गर्भपात कराने के नाम पर भ्रूण हत्या की जाती है। इतना ही नहीं आधा दर्जन आशा कार्यकर्ता भी इस खेल में शामिल हैं। जो चिकित्सकों से भी सम्पर्क में हैं। साथ ही अल्ट्रा साउण्ड कराने से लेकर गर्भपात तक का काम कराती है। इस एवज में मोटी रकम वसूली जाती है। शहर के जेल रोड़, पंचमंदिर से सटे मुहल्ले, कृष्णपट्टी व सदर अस्पताल के पीछे आवासीय इलाके में ऐसे अवैध क्लिनिक संचालित हैं। अहम बात यह है कि जिले के अलावा लखीसराय के चानन, मुंगेर जिले के संग्रामपुर सहित दूसरे राज्य से भी महिलाएं यहां आकर लिंग परीक्षण और गर्भपात कराती है। लिंग परीक्षण के लिए 5 से 10 हजार रुपया लिया जाता है। इधर सदर अस्पताल में वैसे दलाल भी सक्रिय हैं जो प्रसूता को कम खर्च में प्रसव कराने का भरोसा दिलाकर अवैध क्लिनिक पहुंचा देते हैं। सोमवार को ऐसे ही मामले में एक महिला की मौत भी हो गई। परिजनों के हंगामा करने पर दलाल द्वारा 25000 हजार देकर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास भी किया गया। मगर बात नहीं बनने पर सभी फरार हो गए। मृत महिला शहर के नीमारंग की रहने वाली बताई जाती है। दो माह पहले भी जेल रोड़ में संचालित क्लिनिक में एक महिला की मौत हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग द्वारा छापामारी की गई थी। मगर क्लिनिक से सभी फरार हो गए थे।
मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा
सिविल सर्जन डॉ. चन्द्रेश्वर चौधरी ने कहा कि उन्हें भी ऐसे अवैध क्लिनिक के संचालित होने की जानकारी मिली है। उन्होंने आशा कार्यकर्ता के शामिल होने की बात भी स्वीकार की। उन्होंने कहा कि टीम बनाकर छापामारी की जाएगी।