शिक्षकों की कमी से शिक्षण कार्य बाधित
संवाद सूत्र, अलीगंज (जमुई): वर्ष 1952 में स्थापित अलीगंज प्लस टू हाई स्कूल अपने गौरवशाली अतीत पर आंसू बहाने को विवश है। कभी दूर दराज के विद्यार्थी यहां अध्ययन करते थे। शिक्षक भी प्रयाप्त संख्या में थे। लेकिन वर्तमान में शिक्षकों की कमी से पढ़ाई बाधित है। इससे प्रतिभाशाली छात्रों की प्रतिभा कुंठित हो रही है।
तीन वर्ष पूर्व इस विद्यालय को प्लस टू का दर्जा मिला है लेकिन पढ़ाई प्रारंभ नहीं हो सका है। प्लस टू के लिए भवन का निर्माण कराया गया। स्कूल के संसाधन में बढ़ोतरी की गई परतु शिक्षक का पद रिक्त पड़ा है।
इस विद्यालय में यूनिट के अनुसार शिक्षक नहीं है। वर्तमान में 15 यूनिट पर 9 शिक्षक हैं। लिपिक व एक आदेशपाल का पद रिक्त है। शिक्षक के अभाव में प्रायोगिक उपकरण रहते हुए भी प्रायोगिक शिक्षा नहीं दी जा रही है।
21वीं सदी में जहां बच्चे कम्प्यूटर से खेल रहे हैं। वहीं यहां के छात्र कम्प्यूटर की जानकारी से कोसों दूर हैं। विभाग की ओर से विद्यालय को ग्यारह कम्प्यूटर मिला है लेकिन छात्रों को शिक्षक के अभाव में एक दिन भी कम्प्यूटर की शिक्षा नहीं मिल पाई है। कम्प्यूटर सिर्फ शोभा की वस्तु बनी हुई है।
क्या कहते हैं अभिभावक
अधिवक्ता शशिशेखर सिंह मुन्ना ने बताया कि विद्यालय में संसाधनों का घोर अभाव है साथ ही शिक्षकों की भी कमी है। विषयवार शिक्षक के नहीं रहने से पढ़ाई बाधित होती है।
क्या कहते हैं प्रभारी प्रधानाध्यापक
प्रभारी प्रधानाध्यापक नरेन्द्र कुमार ठाकुर कहते हैं कि सभी संसाधन हैं लेकिन शिक्षक की कमी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ता है।