खाद्य सुरक्षा बिल गरीबों के लिए अभिशाप
संवाद सूत्र, चकाई (जमुई): खाद्य सुरक्षा गारंटी योजना गरीबों के लिए अभिशाप साबित हो रहा है। इस बिल के चलते चार माह से गरीबों को राशन नहीं मिल रहा है। जिससे गरीबों के समक्ष त्राहिमाम की स्थिती उत्पन्न हो गई है। यदि एक नजर आंकड़ों पर डालें तो प्रखंड की कुल जनसंख्या 2 लाख 34 हजार 232 है। बिल के मसौदा के अनुसार 85 फीसद यानि 2 लाख लोगों को इसका लाभ मिलना है परन्तु इस बिल के तहत जारी लाभान्वितों की सूची में मात्र 1 लाख 75 हजार 831 लोगों को ही शामिल किया गया है। इस तरह 25 हजार लोग इसके लाभ से वंचित रह जाएंगे। इसके अलावा हजारों कार्ड में उपभोक्ताओं का नाम दर्ज नहीं है। सूची में 40 फीसदी लाभावित परिवार का नाम दर्ज नहीं होने से कार्ड किसे दिया जाय यह समस्या सामने आ रही है। इस वजह से खाद्य सुरक्षा बिल लागू कर पाना विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है। फिलवक्त गरीब परिवार दो रुपया किलो की जगह तीस रुपया किलो अनाज बाजार से खरीदकर खाने को मजबूर है। मजदूरी कर जीवन-यापन कर रहे राम टहल पुजहर कहते हैं कि दिनभर काम करने के बाद डेढ़ सौ रुपया मिलता है। सरकारी अनाज मिलने पर परिवार का पेट भर लेता था। लगातार चार माह से सरकारी अनाज नहीं मिलने से फाकाकसी कर जीवन गुजार रहे हैं।
कहते हैं पदाधिकारी
प्रखंड खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी मतलूब असगर ने बताया कि लाभावितों की सूची में 40 फीसदी परिवार का नाम प्रिंट नहीं रहने से कार्ड वितरण का कार्य रूका हुआ है।