Move to Jagran APP

खाद्य सुरक्षा बिल गरीबों के लिए अभिशाप

By Edited By: Published: Wed, 23 Apr 2014 06:47 PM (IST)Updated: Wed, 23 Apr 2014 06:47 PM (IST)
खाद्य सुरक्षा बिल गरीबों के लिए अभिशाप

संवाद सूत्र, चकाई (जमुई): खाद्य सुरक्षा गारंटी योजना गरीबों के लिए अभिशाप साबित हो रहा है। इस बिल के चलते चार माह से गरीबों को राशन नहीं मिल रहा है। जिससे गरीबों के समक्ष त्राहिमाम की स्थिती उत्पन्न हो गई है। यदि एक नजर आंकड़ों पर डालें तो प्रखंड की कुल जनसंख्या 2 लाख 34 हजार 232 है। बिल के मसौदा के अनुसार 85 फीसद यानि 2 लाख लोगों को इसका लाभ मिलना है परन्तु इस बिल के तहत जारी लाभान्वितों की सूची में मात्र 1 लाख 75 हजार 831 लोगों को ही शामिल किया गया है। इस तरह 25 हजार लोग इसके लाभ से वंचित रह जाएंगे। इसके अलावा हजारों कार्ड में उपभोक्ताओं का नाम दर्ज नहीं है। सूची में 40 फीसदी लाभावित परिवार का नाम दर्ज नहीं होने से कार्ड किसे दिया जाय यह समस्या सामने आ रही है। इस वजह से खाद्य सुरक्षा बिल लागू कर पाना विभाग के लिए चुनौती बना हुआ है। फिलवक्त गरीब परिवार दो रुपया किलो की जगह तीस रुपया किलो अनाज बाजार से खरीदकर खाने को मजबूर है। मजदूरी कर जीवन-यापन कर रहे राम टहल पुजहर कहते हैं कि दिनभर काम करने के बाद डेढ़ सौ रुपया मिलता है। सरकारी अनाज मिलने पर परिवार का पेट भर लेता था। लगातार चार माह से सरकारी अनाज नहीं मिलने से फाकाकसी कर जीवन गुजार रहे हैं।

loksabha election banner

कहते हैं पदाधिकारी

प्रखंड खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी मतलूब असगर ने बताया कि लाभावितों की सूची में 40 फीसदी परिवार का नाम प्रिंट नहीं रहने से कार्ड वितरण का कार्य रूका हुआ है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.