भूमि विवाद में 500 हेक्टेयर की सिंचाई बाधित
संवाद सूत्र, सिकन्दरा (जमुई): भूमि विवाद का मसला हल नहीं होने के कारण प्रखंड के 500 हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि को बहुआर नदी का पानी नहीं मिल रहा है। बहुआर नदी पर छिलका निर्माण कर पानी खेतों तक पहुंचाना था। बाई नहर में छिलका की खुदाई की गई परंतु दाई ओर के सिकंदरा केनाल की खुदाई नहीं की जा सकी। नदी पर छिलका का निर्माण हुए 15 वर्ष से अधिक हो गए है। फिलवक्त खुटकट, घरसंडा, कृपारामडीह, आचार्यडीह, गोखुला, कुमार, आकौनी गांव में बारिश के बाद नदी में पानी ज्यादा हो जाने पर सिंचाई के लिए पानी मिलता है। सिकन्दरा केनाल की खुदाई भूमि विवाद के कारण आज भी अधर में है। किसानों के निजी जमीन को अधिग्रहित कर सिंचाई विभाग अभी तक नहर की खुदाई नहीं कर सकी है। इस कारण सिकन्दरा, मुल्लो, नवाबगंज, करमा, कैचारा, सिझौड़ी गांव को पानी नहीं मिल रहा है। बताते चलें कि छिलका से कुल 1000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होनी थी। जिसमें 500 हेक्टेयर सिकन्दरा की तरफ सिंचित किया जाना था। इस संबंध में लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता जागेश्वर प्रसाद से पूछे जाने पर अपना पल्ला झाड़ते हुए कुछ भी बताने से इंकार कर दिया।