आचार्य के बिना नहीं होता चेतन का कल्याण
प्रखंड क्षेत्र के ओकरी स्थित सर्वोदय पुस्तकालय परिसर में बुधवार को आध्यात्म रामायण का समापन ।
जहानाबाद । प्रखंड क्षेत्र के ओकरी स्थित सर्वोदय पुस्तकालय परिसर में बुधवार को आध्यात्म रामायण के समापन अवसर पर प्रवचन करते हुए हुलासगंज स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर के स्वामी रंगरामानुजाचार्य जी महाराज तथा हरेरामाचार्य जी महाराज ने कहा कि चेतन का कल्याण आचार्य के बिना नहीं होता है। आचार्य ही चेतन के ब्रह्म से मिलाते हैं। स्वामी जी ने कहा कि सुधीर को भगवान श्रीराम से मिलाने में हनुमान जी आचार्य का काम कर रहे थे। जिसमें भी योग्यता होती है वही आचार्य होता है। आचार्य का लक्षण शास्त्रों में इस प्रकार व्यक्त किया गया है। जिसे वेदों का पूर्ण ज्ञान हो, जो विष्णु भक्त हो, जिसे मंत्र का ज्ञान हो तथा उसमें विश्वास करता हो गुरु में भक्ति हो और पुराण का ज्ञान है ऐसे आचार्य से चेतन का कल्याण होता है। हनुमान जी में आचार्य के सारे गुण विराजमान थे।
स्वामी जी ने कहा कि भगवान श्रीराम ने लक्ष्मण से कहा है कि हनुमान के कर्तव्य से स्पष्ट है कि उनमें सभी वेदों का पूर्ण ज्ञान था। उन्होंने संपूर्ण व्याकरण का अनेकों बार स्वाध्याय किया था। क्योंकि उनके मुख से एक भी अशुद्ध शब्द नहीं निकलता था। उनके अन्य अंगों से भी कोई दोष प्रकट नहीं होता था। उनमें थोड़े शब्दों में स्पष्ट रूप से अपने अभिप्राय को व्यक्त करने की क्षमता थी। वे तोड़ मड़ोकर वाक्यों का उच्चारण नहीं करते थे।
समापन अवसर पर स्वामी जी के प्रवचन को सुनने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित हुए। एक ओर जहां पूर्व विधायक राहुल कुमार ने उपस्थित होकर स्वामी जी का आशीर्वाद प्राप्त किया वहीं कैचेट फार्मा स्वटिकल कंपनीके संचालक सतीश कुमार ¨सह के द्वारा समापन समारोह का इंतजाम किया गया। इस मौके पर प्रखंड प्रमुख अलका आनंद,पूर्व प्रमुख सत्येंद्र कुमार,मुखिया अनिल शर्मा, विभूति शर्मा, सहजानंद शर्मा तथा नरेंद्र शर्मा आदि लोगों ने समापन अवसर पर बढ चढ़कर हिस्सा लिया।