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विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटा प्रशासन

जहानाबाद। आसन्न विधानसभा चुनाव को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन मुश्तैद दिख रहा है। चुनाव क

By Edited By: Published: Sat, 29 Aug 2015 10:15 PM (IST)Updated: Sat, 29 Aug 2015 10:15 PM (IST)
विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटा प्रशासन

जहानाबाद। आसन्न विधानसभा चुनाव को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन मुश्तैद दिख रहा है। चुनाव के मद्देनजर विभिन्न कोषांगों का गठन किया गया है और कोषांगों द्वारा भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार कार्य सुचारु रुप से किया जा रहा है। उपनिर्वाचन पदाधिकारी के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार जहानाबाद जिला अंतर्गत तीन विधानसभा क्षेत्रों में कुल मतदाताओं की संख्या सात लाख पैंतीस हजार तीन सौ ग्यारह है। जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या तीन लाख अठासी हजार छेयासठ तथा महिला मतदाताओं की संख्या तीन लाख सैंतालीस हजार दो सौ इक्कतीस एवं तृतीय लिंग के मतदाताओं की संख्या चौदह है। वर्तमान में मतदाता सूची का सतत अद्यतीकरण कार्यक्रम संचालित हैं। नाम निर्देशन की अंतिम तिथि तक मतदाता सूची में नाम शामिल करने, विलोपित करने, संशोधित करने तथा स्थानांतरित करने हेतू आवेदन दिया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि जिले में कुल सात सौ तिहतर मतदान केन्द्र हैं। जिसमें सोलह सौ से अधिक मतदाताओं वाले कुल उन्नीस मतदान केन्द्र हैं जिनमें सहायक मतदान केन्द्र बनाये जाने संबंधी कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव हेतू 101 सेक्टर पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है जो चुनाव को ध्यान में रखकर प्रत्येक मतदान केन्द्र से संबंधित आवश्यक जानकारी एकत्र कर रहे हैं।

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किसे वोट पड़ा, बतायेगा मशीन

जहानाबाद- इस बार के विधानसभा चुनाव में जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के मतदाता अपने द्वारा डाले गये वोट की असलियत जान सकेंगे। चुनाव आयोग ने जिले में प्रयोग के तौर पर उक्त विधानसभा में इस नयी प्रणाली को लागू करने का फैसला लिया है। जिला निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त विधानसभा क्षेत्र में बूथों पर इवीएम के साथ साथ वीवीपीएटी मशीन का भी इस्तेमाल किया जायेगा। यह मशीन वोटरों को वोट देने के बाद एक प्रिंटेड परची प्रदान करेगा। जिसके माध्यम से लोग यह जान सकेंगे कि उन्होंने किस अभ्यर्थी को वोट किया है। मालूम हो कि पूर्व के चुनाव परिणामों के बाद कुछ राजनीतिक दल के द्वारा ऐसा आरोप लगाया जाता रहा है कि उनके वोटरों के द्वारा डाले गये मतों को किसी खास उम्मीदवार के पक्ष में इवीएम के द्वारा बदल दिया जाता है। आयोग ने ऐसी शिकायतों को दूर करने के लिए एक नयी पारदर्शी तकनीक का इजाद किया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह नया मशीन कितना कारगर व विश्वसनीय परिणाम देता है।


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