भोरे सीओ पर दर्ज हो हत्या की प्राथमिकी
गोपालगंज। भोरे थाना क्षेत्र के तिवारी चकिया के राजेश तिवारी आत्महत्या कांड में सीओ का
गोपालगंज। भोरे थाना क्षेत्र के तिवारी चकिया के राजेश तिवारी आत्महत्या कांड में सीओ को दोषी मानते हुए भाजपा ने उनके खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करने की मांग सरकार से की है। सोमवार को विधायक मिथिलेश तिवारी के नेतृत्व में भाजपा की जांच समिति ने आत्महत्या करने वाले युवक के परिजनों से मामले की जानकारी लेने के बाद यह मांग किया। विधायक ने कहा कि इस मामले को वे विधानसभा में भी उठाएंगे। प्रथम दृष्टया इस पूरे मामले में भोरे सीओ को दोषी करार देते हुए उन पर हत्या का मुकदमा कराने की मांग की गई। विधायक ने कहा कि न्याय नहीं मिलने से हताश होकर युवक ने आत्महत्या किया था। उन्होंने कहा कि सुशासन का दवा करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार को परोक्ष रूप से लालू यादव संचालित कर रहे है। यही कारण है कि उनके नाते रिश्तेदार एक बार फिर सत्ता के मद में जमीन पर कब्जा करने से लेकर अन्य अपराध करने पर उतारू है। जांच समिति में विधायक के अलावा पूर्व विधायक डा. इंद्रदेव मांझी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विनोद सिंह, मार्कण्डेय राय शर्मा, मुखिया रामाशंकर तिवारी, यतिंद्र नाथ तिवारी, ब्रजकिशोर सिंह, मंकेश्वर तिवारी, रत्नेश राय, कौशल किशोर मिश्र, चंद्रमोहन राय, राजहंस मिश्र आदि शामिल थे।
इनसेट
क्या है मामला
भोरे(गोपालगंज): बीते बीस जुलाई को थाना क्षेत्र के मुड़ाडीह स्थित अपनी जमीन पर मुराड़ीह निवासी दीनानाथ यादव द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर लिए जाने से आहत होकर तिवारी चकिया निवासी व्यास देव तिवारी के पुत्र राजेश तिवारी ने आत्महत्या कर ली थी। बाद में ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन किया था। जिसके बाद इस मामले का लेकर जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।