गांव गिरांव - रुला रहीं मछागर जगदीशपुर पंचायत की सड़कें
गोपालगंज। प्रखंड मुख्यालय के पश्चिम एक किलोमीटर के दायरे से ही शुरू हो जाती है मछागर जगद
गोपालगंज। प्रखंड मुख्यालय के पश्चिम एक किलोमीटर के दायरे से ही शुरू हो जाती है मछागर जगदीशपुर पंचायत की चौहद्दी। इसी पंचायत में प्रखंड मुख्यालय के हथुआ बाजार का आधा इलाका पड़ता है। हथुआ बाजार का आधा इलाका पड़ने से इस पंचायत में शहरी हवा की खुशबू भी मिलती है। इस पंचायत में अन्य पंचायतों की अपेक्षा सुविधाएं भी अधिक है। खासकर शिक्षा तथा स्वास्थ्य सुविधाओं में यह पंचायत काफी आगे है। इस पंचायत में ही अनुमंडलीय अस्पताल पड़ता है। गोपेश्वर महाविद्यालय, संस्कृत महाविद्यालय, संगीत महाविद्यालय, कन्या उच्च विद्यालय, कन्या मध्य विद्यालय भी इसी पंचायत में पड़ता है। हालांकि कन्या मध्य विद्यालय का भवन राशि निकासी के तीन साल बाद भी अधूरा पड़ा हुआ है, लेकिन स्वास्थ्य तथा शिक्षा की बेहतर सुविधा के बीच इस पंचायत के मछागर जगदीशपुर, छोटा कोइरौली, नया बाजार, मोतीपुर, सवार लाइन, गोपालपुर, बड़की बगहीं, छोटकी बगही गांव की सड़कें समस्या का कारण बनी हुई है। ग्रामीण बताते हैं कि इन सभी गांवों की सड़कें काफी बदहाल हैं। एक भी गांव की सड़क चलने लायक नहीं रह गई है। आइटीआइ मोड़ से कुसौंधी पथ हो या बहुरवां शिव से मछागर जगदीशपुर गांव जाने वाली सड़क, इनकी दशा काफी बदहाल है। सड़क की बदहाल दशा के बीच ¨सचाई की सरकारी सुविधा की बदहाली भी यहां के लोगों की परेशानी बढ़ा रही है। ग्रामीण बताते हैं कि इस पंचायत से होकर वितरणी गुजरती है। यह वितरणी सभी गांवों के खेतों को टच करती है। लेकिन पिछले एक दशक से इसमें पानी नहीं छोड़ा गया है। जिससे इस वितरणी से खेतों की ¨सचाई नहीं हो पाती है। किसान बताते हैं कि वितरणी में पानी नहीं होने से निजी संसाधन से खेतों की ¨सचाई करनी पड़ती है। इसके बाद भी पटवन शुल्क देना पड़ता है। इस पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्रों की दशा भी परेशानी बढ़ा रही है। ग्रामीण बताते है कि इस पंचायत में आठ आंगनबाड़ी केंद्र हैं। सभी का भवन बना हुआ है, लेकिन भवन होने के बाद भी केंद्र सेविकाओं के घरों से संचालित होते हैं। राशन किरासन का लाभ पाने से लेकर सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए भी ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ती है। ग्रामीण बताते हैं कि हर महीने जन वितरण प्रणाली की दुकानों से राशन किरासन नहीं मिलता है। सरकारी योजना का हाल यह है कि द्वितीय किश्त की राशि नहीं मिलने से तीन सौ से अधिक इंदिरा आवास अधूरे पड़े हैं।
क्या कहते हैं लोग
हथुआ बाजार का आधा हिस्सा इसी पंचायत में पड़ता है। प्रखंड मुख्यालय की यह करीबी पंचायत है, लेकिन इसके बाद इस पंचायत की सभी गांवों की सड़कें बदहाल हैं। मुखिया को सड़क की दशा सुधारने के प्रति विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
रामविचार राम
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खेतों की ¨सचाई के लिए इस पंचायत के बीच से होकर वितरणी गुजरती है। यह वितरणी इस पंचायत के सभी गांवों को टच करती है, लेकिन दस साल से इसमें पानी नहीं छोड़े जाने से इस वितरणी का लाभ किसानों को नहीं मिल पा रहा है। वितरणी की दशा सुधारने की प्रयास करना चाहिए।
प्रभुनाथ शर्मा
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सरकारी योजनाएं अभी लोगों की पहुंच से दूर बनी हुई हैं। अधिकांश लोग सामाजिक पेंशन योजना सहित अन्य योजनाओं से वंचित हैं। द्वितीय किश्त की राशि नहीं मिलने से तीन सौ से अधिक इंदिरा आवास अधूरे पड़े हैं। मुखिया को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
सतीश गिरी
क्या कहती हैं मुखिया
इस पंचायत में सड़कों की स्थिति ठीक नहीं है। सड़कों की दशा सुधारने की तरफ ध्यान दिया जा रहा है। सरकारी योजनाओं का लाभ सभी को मिले, इसको लेकर भी विशेष रूप से प्रयास किए जा रहे हैं। वितरणी की दशा सुधारने के लिए विभागीय पदाधिकारियों से बात की गई है।
जहांआरा बेगम, मुखिया, मछागर जगदीशपुर पंचायत