गर्मी लिख रही सुगर मिलों की बर्बादी
गोपालगंज, निज संवाददाता : गर्मी इस बार कहीं जिले में उद्योग के नाम पर बचे सुगर मिलों की बर्बादी की कहानी न लिख दे, इसकी संभावना दिखने लगी है। भीषण गर्मी की चपेट में आने से जिले के सिर्फ दियारा इलाके में ही गन्ने की सफल को व्यापक क्षति पहुंची है। ऐसे में पहले से ही गन्ना की कमी से जूझ रहे सुगर मिलों के सामने गंभीर समस्या खड़ी होने लगी है। अगर मौसम का यही हाल रहा तो यह तय है कि जब पेराई सत्र शुरू होगा, तब सुगर मिलों की चिमनियां धुआं की जगह गर्मी के आंच में झुलसे गन्ना की तपिश महसूस करेंगी। गर्मी से गन्ना की फसल को हो रही बर्बादी को देखते हुए सुगर मिल प्रबंधकों के माथे पर अभी से चिंता की लकीरें खिंचने लगी है। जिला मुख्यालय स्थिति विष्णु सुगर मिल के महाप्रबंधक पीआरएस पाणिकर कहते हैं कि पिछले साल दियारे क्षेत्र में बाढ़ आ जाने से मिल के क्षेत्र में करीब सात लाख क्विंटल गन्ना का अनुमानित नुकसान हुआ था। जिससे किसानों के साथ ही मिल को काफी हानि हुई थी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी समय से वर्षा नहीं होने और भीषण गर्मी के कारण खेतों में गन्ना की फसल सूखने लगी है। गर्मी का हालत अगर एक पखवारे तक ऐसा ही रहा तो व्यापक रूप से गन्ना की फसल बर्बाद हो जाएगी। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि भीषण गर्मी को देखते हुए तत्काल सारण केनाल से पानी छोड़ा जाए, जिससे गन्ना उत्पादन करने वाले किसान नहरों के माध्यम से अपने-अपने खेतों की सिंचाई कर सके। उन्होंने कहा कि गन्ना बचेगा, तभी सुगर मिल भी बचेंगे।
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