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कर्मचारियों की कमी से कराह रहे कार्यालय

गोपालगंज। हाल के कुछ वर्षो में सरकारी कार्यालयों में काम का बोझ बढ़ा है। बावजूद इसके

By Edited By: Published: Sat, 28 Nov 2015 03:02 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2015 03:02 AM (IST)
कर्मचारियों की कमी से कराह रहे कार्यालय

गोपालगंज। हाल के कुछ वर्षो में सरकारी कार्यालयों में काम का बोझ बढ़ा है। बावजूद इसके काम के अनुपात में कर्मियों की संख्या बढ़ने के बदले, इसमें कमी आती जा रही है। यह स्थिति तमाम कार्यालयों में है। कलेक्ट्रेट से लेकर प्रखंड व अंचल कार्यालय तथा शिक्षा कार्यालय से लेकर पंचायत स्तर तक कर्मियों की कमी का असर अब सीधे विकास कार्यो पर पड़ने लगा है।

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2 अक्टूबर 1973 को गोपालगंज जिले का सृजन किया गया। सृजन काल में ही तमाम कार्यालयों में कर्मियों के पदों को सृजित किया गया। तब से लेकर अबतक जिले की आबादी करीब दोगुनी हो चली है। कार्यालयों में काम करने का तरीका भी बदला है। लेकिन इस दौरान जो महत्वपूर्ण बदलाव नहीं हो सका है, वह है कर्मियों की संख्या में बढ़ोत्तरी है। चाहे पर जिला आपूर्ति शाखा हो या सामाजिक सुरक्षा कोषांग, अनुमंडल कार्यालय हो या प्रखंड व अंचल कार्यालय हरेक जगह कर्मियों की कमी है। ऐसे में नई व्यवस्था में कर्मी काम के बोझ तले पूरी तरह से दब गये हैं। आज हालत यहां तक आ गयी है कि स्थापना काल में स्वीकृत पदों पर भी कर्मियों की तैनाती नहीं है।

दो कर्मियों के भरोसे कई कार्यालय

गोपालगंज : कर्मियों की कमी का आलम यह है कि कलेक्ट्रेट में भी कई कार्यालय एक या दो कर्मियों के भरोसे ही चल रहे हैं। ऐसे में अगर कोई कर्मी छुट्टी पर चला गया या बीमार पड़ गया तो यहां काम करना कठिन हो जाता है। जिला आपदा प्रबंधन, जिला निर्वाचन कार्यालय तथा जिला विकास शाखा जैसे कई कार्यालय सिर्फ दो कर्मियों के भरोसे है। इसी प्रकार निलाम पत्र तथा पारगमन शाखा जैसे कार्यालयों में केवल एक कर्मी तैनात हैं।

प्रखंड व अंचलों में भी समस्या

गोपालगंज : प्रखंड कार्यालय भी कर्मियों की कमी की समस्या से अलग नहीं हैं। कटेया, विजयीपुर, भोरे, बरौली, फुलवरिया तथा थावे में स्वीकृत पदों के बराबर भी कर्मी तैनात नहीं हैं। यहीं स्थिति भोरे, उंचकागांव, कुचायकोट, गोपालगंज, मांझा, बैकुंठपुर, फुलवरिया, सिधवलिया व थावे अंचलों की है। जहां वर्षो पूर्व स्वीकृत पदों के काफी कम कर्मी तैनात हैं।

पंचायत सचिवों के पद भी रिक्त

गोपालगंज : सरकार की अधिकांश योजनाएं पंचायतों के माध्यम से ही संचालित होती हैं। लेकिन विकास कार्य के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पंचायत सचिवों के पद ही रिक्त पड़े हैं। आज स्थिति यह है कि जिले के करीब 75 पंचायतों का काम प्रभारी पंचायत सचिवों के सहारे चल रहा है।

दूसरे विभाग के कर्मी के भरोसे परिवहन

गोपालगंज : जिला परिवहन विभाग दूसरे विभाग के कर्मियों के भरोसे है। इस कार्यालय में विभाग का मात्र एक ही कर्मी तैनात है। ऐसे में यहां का कार्य दूसरे विभाग के कर्मी ही संभाल रहे हैं।

कहां कितने पद रिक्त

विभाग रिक्त पद

अंचल कार्यालय 10

प्रखंड कार्यालय 09

समाहरणालय 16

अनुमंडल 12

पंचायत सचिव 75

राजस्व कर्मचारी 08


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