यहां तो मरीजों के जीवन से हो रहा खिलवाड़
गोपालगंज। यहां इलाज के नाम पर मरीजों के जीवन से खिलवाड़ हो रहा है। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में
गोपालगंज। यहां इलाज के नाम पर मरीजों के जीवन से खिलवाड़ हो रहा है। सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में गंभीर हालत में मरीज आते हैं। लेकिन यहां की व्यवस्था इन मरीजों का मर्ज और बढ़ा देती है। इमरजेंसी वार्ड में गंदगी से उठती बदबू यहां आने वाले मरीजों के लिए परेशानी का कारण बन गयी है। ऐसी स्थिति से चिकित्सक से लेकर स्वास्थ्य कर्मी भी परेशान हैं। वैसे इमरजेंसी वार्ड के की यह स्थिति काफी समय से बनी हुई है। शनिवार को भी इस वार्ड में काफी मरीजों अपना इलाज करने पहुंचे थे। लेकिन यहां उठती बदबू से सभी परेशान रहे। यहां अपने मरीजों के साथ आयी उचकागांव की निर्मला देवी, मीना देवी, राजेश प्रसाद, मुकेश कुशवाहा आदि कहते हैं कि बदबू के कारण इस वार्ड में खड़ा होना मुश्किल हो गया है। लेकिन मरीज भर्ती हैं, इस लिए यहां रहना मजबूरी बन गया है। हालांकि मरीजों के साथ आये लोग तो कुछ कुछ देर बाद वार्ड से बाहर निकल कर खुल हवा में सांस ले ले रहे थे। लेकिन यहां भर्ती मरीज बदबू के बीच ही अपना इलाज कराने का विवश थे।
इनसेट
क्या आ रही समस्या
गोपालगंज: इमरजेंसी वार्ड में तैनात स्वास्थ्य कर्मी बताते हैं कि इमरजेंसी वार्ड में अंदर चिकित्सक कक्ष तथा ड्रेसिंग रूम के बगल में टायलेट बना है। इसके सामने ही मरीजों को भर्ती करने के लिए बेड लगे हैं। टायलेट से लेकर इस वार्ड में वेंटिलेंस की व्यवस्था नहीं होना ही यहां के लिए समस्या बन गयी है। हालांकि इस वार्ड में खिड़कियां लगी हैं। लेकिन वार्ड के पीछे ही सुलभ शौचालय बना है। जिसे उठती बदबू भी इमरजेंसी वार्ड तक पहुंचती है। स्वास्थ्य कर्मी बताते हैं कि प्रतिदिन इस वार्ड की सफाई होती है। लेकिन फिर भी बदबू के बीच ही मरीज का इलाज करने को मजबूर हैं। वहीं इस संबंध में सिविल सर्जन डा.विभेष सिंह भी कहते हैं इमरजेंसी वार्ड के भवन निर्माण में तकनीकी गड़बड़ी के कारण ऐसी स्थिति बनी है। स्वास्थ्य विभाग को इमरजेंसी वार्ड दूसरे भवन में सिफ्ट करने के लिए लिखा गया है।