कृषि मेले का उद्घाटन आज, तैयारी पूर्ण
जागरण संवाददाता, गोपालगंज : शुक्रवार को दो दिवसीय कृषि मेले का उद्घाटन शहर के मिंज स्टेडियम में किया
जागरण संवाददाता, गोपालगंज : शुक्रवार को दो दिवसीय कृषि मेले का उद्घाटन शहर के मिंज स्टेडियम में किया जाएगा। इस मेले में पहले आओ पहले पाओ के तर्ज पर किसानों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। मेले में सरकार द्वारा निर्धारित दर पर किसानों को कृषि यंत्र उपलब्ध कराने को लेकर विशेष तौर पर निर्देश दिये गये हैं। अलावा इसके मेले में आने वाले किसानों को अनुदानित दर पर गेहूं के बीज उपलब्ध कराने के लिए दो अलग से स्टाल बनाये जाएंगे।
जिला कृषि पदाधिकारी डा. रविन्द्र सिंह ने बताया कि 21 व 22 नवम्बर को आयोजित होने वाले इस मेले में कृषि यंत्र खरीदने के लिए कुल 2139 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 1489 आवेदनों की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। मेले में आने वाले इन किसानों को अनुदानित दर पर कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मेले में अनुसूचित जाति और जन जाति के किसानों का भी विशेष ध्यान रखा जाएगा। इन्हें लक्ष्य का 17 प्रतिशत कृषि यंत्र अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने का निर्देश प्राप्त है। उन्होंने बताया कि दो दिनों तक लगने वाले इस कृषि मेले में ट्रैक्टर, पावर टीलर, रोटावेटर, डिस्क हैरो, नाईन टाईन कल्टीवेटर, डिस्क प्लाऊ, पैडी थ्रेसर, एमबी प्लाऊ, कोनोवीडर, मक्का थ्रेसर, जिरोटीलेज मशीन, पोटैटो प्लान्टर, पोटैटो डीगर सहित अन्य कृषि यंत्र किसानों को उपलब्ध कराये जाएंगे। इसके साथ ही फसलों पर छिड़काव के काम आने वाले यंत्र नेपसेक, गटोर, पावर चालित स्प्रेयर मशीन, हस्तचालित यंत्र के साथ ही हसुआ, खुरपी, कुदाल और सीड बिन भी किसानों के लिए मौजूद रहेंगे। उन्होंने बताया कि दस साल के भीतर के प्रमाणित गेहूं के बीज पर प्रति किलोग्राम दस रुपये के दर से किसानों को अनुदान दिया जाएगा। इसके लिए अलग से दो काउंटर बनाये गये हैं।
तत्काल मिलेगा अनुदान
गोपालगंज : गेहूं का बीज खरीदने वाले किसानों को तत्काल अनुदान की राशि उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके लिए किसान काउंटर पर मौजूद दुकानदार को बीज में अनुदान का दर काटकर देंगे। इसको लेकर पूर्व से ही दिशानिर्देश जारी कर दिये गये हैं।
काउंटर पर दर्ज कराएं शिकायत
गोपालगंज : दो दिनों के इस कृषि मेले में शिकायत दर्ज कराने के लिए अलग से काउंटर बनाया जाएगा। इस काउंटर पर खुद जिला कृषि पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। यहां किसान किसी भी समस्या की शिकायत दर्ज करा सकेंगे। किसानों की समस्याओं का आन द स्पाट निराकरण किया जाएगा।