पानी में रहकर 'पानी' को तरसे ग्रामीण
जागरण संवाददाता,गोपालगंज : दियारा इलाके में गंडक के जलग्रहण क्षेत्र में रहने वाले गांवों के लोग पानी में रहकर भी पानी के लिए तरस गये हैं। बाढ़ से प्रभावित 48 गांवों के लोग गांव में मौजूद चापाकलों के डूब जाने से पीने के पानी का संकट से जूझ रहे हैं। ऐसे में प्रभावित परिवारों के लोग नदी का पानी पीने को विवश हैं।
पिछले चार दिनों से गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद गंडक के निचले इलाके में बाढ़ की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। गंडक के निचले इलाके के 48 गांवों के लोग भारी समस्याओं से घिर गये हैं। इन गांवों के लोगों के समक्ष भोजन से लेकर जल तक का संकट पैदा हो गया है।
ग्रामीण अन्न के साथ पानी के लिए भटकते देखे जा रहे हैं। ग्रामीणों की मानें तो गांव में मौजूद तमाम चापाकल पूरी तरह से पानी में डूब चुके हैं। ऐसे में पीने के लिए जल संकट बढ़ता जा रहा है।
प्रशासनिक तौर पर नदी के पानी में फंसे गांवों के लोगों को निकालने की दिशा में की गई प्रशासनिक कार्रवाई अबतक कागजी साबित हुई है। ऐसे में ग्रामीण खुद परेशान हैं। कई स्थानों पर ग्रामीण पुराने चापाकलों को उखाड़कर ऊंचे स्थानों पर चापाकल गाड़ने के कार्य में लगे हैं।