किसी का घर न जल जाए इसे देखते रहना
गया। आमस प्रखंड के हमजापुर गाव स्थित फातमा पब्लिक स्कूल के प्रागण में शनिवार की रात बच्म तौि
गया। आमस प्रखंड के हमजापुर गाव स्थित फातमा पब्लिक स्कूल के प्रागण में शनिवार की रात बच्म तौकिर मुस्तफा मुशायरा सह कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता उर्दू के मशहूर कवि नावक हमजापुरी तथा संचालन प्रदीप भारद्वाज एवं हाजी जहीर अनवर ने संयुक्त रूप से किया। दूधिया रोशनी के बीच शुरू हुआ कवि सम्मेलन देर रात तक चला। सैकड़ों पुस्तकों के लेखक नावक हमजापुरी ने जब गजल पढ़ा। तो लोग तालियां बजाते नहीं थक रहे थे। कलम बोल उठा पुस्तक के लेखक कृष्णचंद्र कमल का शायर 'हवा में कितनी उड़ती है यहा नफरत कि चिंगारी', किसी का जल न जाए घर इसे देखते रहना।' सुनकर श्रोता सोचने पर मजबूर हो गए। मुंबई की मायानगरी में कई फिल्मों की गीत लिख चूकेमशहूर गीतकार और कवि फिरोज औरंगाबादी की सुरीली आवाज पर लोग ऐसा फिदा हुए कि उनको मंच से जाने नहीं देना चाह रहे थे। सरवर शेरघाटवी की गजल 'जिनके वास्ते घर सजा रहा था मैं, सुन रहे हैं वो घर जलाने वाले हैं' पर श्रोता झूमने पर मजबूर हो गए। कवि सम्मेलन में मंजर शेरघाटवी, जमशैद हमजापुरी, हेलाल हमजापुरी, रामचंद्र प्रसाद, इशराक हमजापुरी, नैयर हमजापुरी, सफदर हमजापुरी, शिवशकर दास ने अपने अपने गजल और शायरी से लोगों का दिल जीत लिया। पत्रकार एसके उल्लाह के दस वर्षीय बेटे जहीन अहमद ने कविता पढ़ी। तो लोग तारीफ करते ही चले गए। डॉक्टर जाकिर हुसैन ने लोगों का स्वागत किया। इस मौके पर एसके उल्लाह, प्रदीप भारद्वाज सुधींद्र कुमार वर्मा, मो. अली बैदावी, सलाहउद्दीन, अहमद इमरान रिज्वी, मो. खलील, संजय कुमार पासवान, ताज इशरत, सैयद जसीमउद्दीन, मो. फिरोज, मो. कमरू, तबरेज खान, वसीम अकरम आदि मौजूद थे।