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मुख्य पार्षद का हस्ताक्षर 'बड़े' लोगों के काम आया

गया। लगातार दो बार शेरघाटी नगर पंचायत को मुख्य पार्षद देने वाला वार्ड 14 का मोहल्ला पलकिया क

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Apr 2017 06:38 PM (IST)Updated: Sun, 23 Apr 2017 06:38 PM (IST)
मुख्य पार्षद का हस्ताक्षर 'बड़े' लोगों के काम आया
मुख्य पार्षद का हस्ताक्षर 'बड़े' लोगों के काम आया

गया। लगातार दो बार शेरघाटी नगर पंचायत को मुख्य पार्षद देने वाला वार्ड 14 का मोहल्ला पलकिया के लोग आज भी पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं। इस मोहल्ले के दलित टोला में बसे लोग नाली के बिना नारकीय जीवन गुजार रहे हैं। जबकि मुख्य पार्षद का ताल्लुक भी दलित वर्ग से ही है। इनके आवास वाली गली में भी नाली नहीं बना। दलित टोला में लगे स्ट्रीट लाइट का हाल यह है कि लाइट को पोल के बदले बॉस के लट्ठा में टांग दिया गया है। तीन चार टोले में बसे उक्त वार्ड का परिवेश पूरी तरह ग्रामीण है। यहा के अधिकाश लोगों का मुख्य पेशा खेती है। दो चार बड़े ठेकेदार और व्यवसायी भी रहते हैं। वार्ड में मुख्य सड़क छोड़कर मोहल्ले में सड़क बनी हुई है। हिस्से के अनुसार एलइडी और सोडियम स्ट्रीट लाइट लगी है। कई लाइट खराब है। मरम्मत की आवश्यकता है। इस बार होने जा रहे चुनाव में यह वार्ड आरक्षण के दायरे से बाहर आ चुका है। यही वजह है कि मुख्य पार्षद दूसरे 'आशियाने' तलाशने में लगे हैं। रविवार को 'जागरण' से बातचीत में बीते पाच वर्षो में हुए विकास कार्यो का बयां मतदाता अपनी भाषा में करते हैं।

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जनकल्याणकारी योजना असफल

सुमन देवी बताती हैं कि जनकल्याणकारी योजनाओं का कार्यान्वयन का तरीका पूरी तरह असफल रहा। यही कारण है कि सही जगह पर न नाली बना न सड़क। जरूरतमंदों को शौचालय नहीं बनाकर वोट की राजनीति की गई।

निशांत कुमार उर्फ मल्लू बताते हैं कि मुख्य पार्षद दलित होकर भी दलित बस्तियों में विकास नहीं किया। नाली और गली का हाल बुरा है।

दलित टोला की उषा देवी कहती हैं कि बीपीएल के तहत बिजली तो दिया गया। लेकिन तार और पोल नहीं। बास के पोल और अपना तार से बिजली जल रहा है। जो कभी भी अप्रिय घटना का गवाह बन सकता है।

सविता देवी कहती हैं कि पानी पीने के लिए 30 घर के दलित टोले में एक चापाकल दिया गया है। जो खराब हो चुका है। नाली का पानी बस्ती के पीछे से पइन में गिराया जा सकता है। लेकिन 'बड़े' लोगों की दबंगता के कारण नहीं गिराने दिया जा रहा है।

रंजन कुमार कहते हैं कि दलित वर्ग से ताल्लुक रखने वाले मुख्य पार्षद का होना इस वार्ड के लोगों के लिए गर्व की बात थी। लेकिन दलित बस्ती के लिए कुछ नहीं किया जाना अफसोस रहा। इनका हस्ताक्षर कराने वाले 'बड़े' लोगों ने मुख्य पार्षद का इस्तेमाल किया। वार्ड का विकास नहीं हो सका।

वार्ड की भौगोलिक स्थिति

वार्ड- अनारक्षित महिला

जनसंख्या-1988, पुरूष- 1029 महिला 959

मतदाता- 1373

पूरब- वार्ड नंबर 15, पश्चिम- शेरपुर बधार

उतर - मोरहर नदी, दक्षिण- अफजलपुर बधार

मध्य विद्यालय-1

प्राथमिक विद्यालय- 1

आइएसआई मार्का- निजी पाइप फैक्ट्री- 1

सामुदायिक भवन- 1

आगनबाड़ी- 2

जविप्र दुकान- 1


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