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डीएम ने प्रभावती अस्पताल का किया निरीक्षण

गया। जिलाधिकारी कुमार रवि ने बुधवार को प्रभावती अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Mar 2017 03:03 AM (IST)Updated: Thu, 30 Mar 2017 03:03 AM (IST)
डीएम ने प्रभावती अस्पताल का किया निरीक्षण
डीएम ने प्रभावती अस्पताल का किया निरीक्षण

गया। जिलाधिकारी कुमार रवि ने बुधवार को प्रभावती अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल में चिकित्सकों, स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति, साफ -सफाई, दवाओं की सूची, वार्ड, ऑपरेशन रूम, निबंधन केंद्र, अल्ट्रासाउंड केंद्र, जेनरिक दवा दुकान, बाल पोषण केंद्र आदि का निरीक्षण किया।

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वार्ड में भर्ती एवं ओपीडी में आए कई मरीजों से अस्पताल द्वारा दी जा रही सुविधा व चिकित्सीय व्यवस्था के बारे फीडबैक लिया। निरीक्षण के क्रम में कई बिंदुओं पर अधीक्षक के कार्य से असंतुष्ट डीएम ने उन्हें बेहतर व्यवस्था करने हेतु कई निर्देश दिया। अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार के पास लगे बोर्ड में उपलब्ध दवाओं की सूची पुरानी होने एवं अद्यतन दवाओं की सूची प्रदर्शित नहीं रहने पर नाराजगी व्यक्त की। डीएम के अस्पताल पहुंचने के 10 मिनट बाद अधीक्षक उनके बुलावे पर आए। इसका कारण पूछते हुए फटकार लगाई कि सूची को अपडेट नहीं रहने पर पूछा कि यह क्यों नहीं हुआ? चिकित्सकों की उपस्थिति पंजिका भी अद्यतन नहीं था। दो दिन पहले तक की स्थिति दर्शा रही थी। वैसे चिकित्सकों को तलब किया गया। जिन चिकित्सकों की ड्यूटी थी। उसमें तीन चिकित्सक अनुपस्थित पाए गए। डीएम ने अनुपस्थित चिकित्सकों से स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश अधीक्षक को दिया। जब, अस्पताल प्रबंधक को तलब किया गया। तो पता चला कि वे नहीं हैं। काफी देर बाद उपस्थित हुए। अस्पताल सुरक्षा के लिए तैनात गार्ड परिचय पत्र धारण किए हुए नहीं थे। उसके बाद उन्होंने ओपीडी का निरीक्षण किया। ओपीडी में डाक्टर अनुपस्थित मिले। वहा की मरीज पंजी को देखा। पारा मेडिकल स्टाफ, एएनएम, चिकित्सा पदाधिकारी कोई भी आईकार्ड धारण किये हुए नहीं पाए गए।

आइ कार्ड नहीं होने पर नाराजगी

डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि पूर्व में भी सभी को आइकार्ड धारण करने का निदेश दिया गया था। महिला बाह्य कक्ष में मौजूद एएनएम में से कई एएनएम को बिना ड्रेस की पाई गई। उन एएनएम से इस मामले में स्पष्टीकरण पूछने का निर्देश दिया।

अनाधिकृत व्यक्ति लिया गया हिरासत में

वार्ड सं.1 में एक व्यक्ति जो किसी मरीज से संबंधित नहीं था, वार्ड में घूमते रहने पर परिचय पूछा और कहा कि बिना अनुमति आप वार्ड में कैसे आए, यहा क्या कर रहे है। अपने आप को समाजसेवी एवं एनजीओ का प्रतिनिधि बताने पर डीएम ने परिचय पत्र की माग की। उक्त व्यक्ति द्वारा किसी प्रकार का परिचय पत्र प्रस्तुत नही किये जाने पर सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ के लिए कस्टडी में लेने का निर्देश दिया गया। उक्त वार्ड में भर्ती मरीजों से डीएम ने पूछा दवा, खाना मिलता है या नहीं, किसी प्रकार की असुविधा है तो बताएं। कंगारू मदर केयर कक्ष का निरीक्षण किया गया, जो कार्यरत नहीं था। निर्देश दिया गया कि आरंभ कराएं। लेबर रूम में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। विद्युत वायरिंग सही नहीं थी, नल टूटा पाया, गंदगी पाई गई। शल्य चिकित्सा कक्ष का निरीक्षण किया, वहा कोई भी पारा मेडिकल स्टाफ आई कार्ड धारण किए हुए नहीं थे। बताया गया कि एक माह में 50 से अधिक सर्जरी की जाती है।

निबंधन केंद्र के भवन का जीर्णोद्वार कराने की जरूरत

डीएम ने प्रभावती अस्पताल के निबंधन केन्द्र का निरीक्षण किया। वहा निबंधन करा रही महिला से पूछा कि कहा से आई है। प्राणपुर परैया की रीना कुमारी का निबंधन करा रही एटेंडेंट ने बताया कि प्रसव की जाच कराने आएं हैं। जानना चाहा कि क्या आगनबाडी केन्द्र पर जाच, दवा आदि दी गई है या नहीं,। यहा कोई समस्या तो नहीं हो रही है। निबंधन केन्द्र भवन का भवन निर्माण का जीर्णोद्धार कार्य तेजी से पूरा कराने के निदेश दिये गये। अस्पताल परिसर में स्थित जेनरिक दवा दुकान का अवलोकन किया गया। उपलब्ध दवाओं की सूची मूल्य सहित की माग की गई। मौजूद व्यक्ति ने बताया कि जिनके नाम का दुकान है वे अभी यहा नहीं है।

व्यवस्था पर जताया संतोष

अस्पताल परिसर में बने नवजात शिशु देखभाल हेतु एसएनसीयू केन्द्र का डीएम ने निरीक्षण किया। वहा मौजूद उपकरण, कम वजन के साथ जन्मे बच्चों की देखभाल के कार्य को देखा। वहा मौजूद शिशु रोग विशेषज्ञ एवं स्वास्थ्य कर्मियों से जानकारी ली। एसएनसीयू के कार्य पर जिलाधिकारी ने संतोष जताया। इस केन्द्र पर नवनियुक्त कार्यरत मेल ग्रेड 1 नर्स सुनील कुमार एवं अन्य सात कर्मियों ने जिलाधिकारी को विगत सात माह का वेतन नहीं मिलने की अपनी समस्या से अवगत कराया। वेतन संबंधी समस्याओं को दूर कर भुगतान कराने का निदेश प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया।

केंद्र की व्यवस्था से बिफरे डीएम

बाल पोषण पुर्नवास केन्द्र का जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया। वहा भर्ती कुपोषित बच्चों को देख एवं उनके अभिभावकों से पूछताछ की, दूध, खाना मिलता है या नहीं। वहा पर्याप्त रोशनी की कमी पाई, गंदगी तथा भवन मेंन्टेंन नही रहने पर जिलाधिकारी ने पूछा कि इतना खराब हालत क्यों है। साफ सफाई, भवनों का रंग रोगन, मरम्मती एवं रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था करने हेतु निदेश दिए गये। यहा भी मौजूद स्वास्थ्य कर्मी आई कार्ड धारण किए हुए नहीं थे।

बिना डाक्टर के चल रहा केंद्र

डीएम ने अल्ट्रासाउंड केन्द्र का निरीक्षण किया। चिकित्सक नहीं थे। पूछा तो बताया गया कि ऑन कॉल आते हैं। जाच कराने आई मरीजों से डीएम ने जानकारी ली।


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