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गलत कार्य का विरोध करने वालों पर पुलिस ने चटकाई लाठी

गया। नीमचक बथानी अनुमंडल कार्यालय खिजरसराय में सोमवार को कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा कथित तौर

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Mar 2017 03:08 AM (IST)Updated: Tue, 28 Mar 2017 03:08 AM (IST)
गलत कार्य का विरोध करने वालों पर पुलिस ने चटकाई लाठी
गलत कार्य का विरोध करने वालों पर पुलिस ने चटकाई लाठी

गया। नीमचक बथानी अनुमंडल कार्यालय खिजरसराय में सोमवार को कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा कथित तौर पर राशि लेकर आवेदन जमा करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी कर रहे लोगों पर पुलिस ने लाठी चटकाई। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किए जाने के बावजूद कथित अवैध राशि वसूली का विरोध कर रहे लोगों ने हिम्मत नहीं हारी। लोग एसडीओ के सुरक्षा गार्ड के सामने और उंची आवाज में नारे बुलंद करने लगे। अनुमंडल कार्यालय के आस-पास गुमटियों से राशन कार्ड के लिए आवेदन वाले फार्म को सौ रुपया में बेचे जाने का जब डेमा गांव निवासी मुकेश कुमार ने विरोध किया। तो पुलिस मुकेश पर लाठी चलाते हुए इसका प्रतिकार करने लगे। मुकेश सहित अन्य लोगों पर हुए लाठी चार्ज को लेकर लोग इतने उग्र हो गए कि प्रशासन को हस्तक्षेप करना पड़ा। लोगों का कहना था कि अनुमंडल कार्यालय के पास फार्म बेचने की दुकान लगी है। जहां लोगों से फार्म के लिए रुपये लिए जाने के साथ साथ यहीं पर लोगों से आवेदन जमा भी ले लिया जाता है। बाद में गुमटी से कार्यालय द्वारा निर्गत पावती रसीद भी मिल जाता है। एसडीएम राधाकांत के सुरक्षा गार्ड एवं हाउस गार्ड ने मुकेश नामक युवक की बुरी तरह पिटाई के कारण उत्पन्न आक्रोश से मामला काफी बिगड़ने लगा। इस बात की भनक मिलते ही कार्यालय में मौजूद सहायक आपूर्ति पदाधिकारी लल्लू सिंह बाहर आए। लोगों को समझाया। उनकी ही सूझबूझ के कारण मामला शांत हुआ। अनुमंडल कार्यालय में राशन कार्ड के लिए आवेदन जमा करने लाइन में लगी करपी गाव की बबीता देवी का कहना था कि सौ रुपये में फार्म गुमटीनुमा दुकान में कैसे जमा ले लिया जाता है। आवेदन की प्राप्ति रसीद उसी गुमटी से आवेदक को दूसरे दिन कैसे मिल जाता है। ये सब साबित करता है कि यहा बिचौलिये हावी हैं। सैकड़ों महिला-पुरुष लाइन में खड़े रह जाते हैं। जो इन गुमटियों से सौ रुपये देकर फार्म लेते हैं। उनका काम आसानी से हो जाता है। बाकी लोग यूं ही घंटो कतार में लगे रह जाते हैं। यही वजह है कि सोमवार लाइन में खड़े लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। जिसका खामियाजा उन्हीं लोगों को भुगतना पड़ा। जो इस अवैध तरीके से कार्य का विरोध कर रहे थे। इस मामले में एसडीएम राधाकात का कहना है कि पुलिस द्वारा लाठी नहीं चलाई गई है। लोगों को डराने व भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठी का हल्का प्रयोग बल द्वारा किया गया है।


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