सीलबंद घर में चोरी मामले में MLC ने दर्ज कराई FIR, कहा- अफसर हैं दोषी
शराब बरामदगी में सील घर में चोरी के मामले में जदयू की विधान पार्षद मनोरमा देवी ने अधिकारियों पर मिलीभगत का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराई है।
गया [जेएनएन ]। जदयू से निलंबित विधान पार्षद मनोरमा देवी ने सील बंद घर में चोरी के मामले में अफसरों को लपेटते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। घर के पिछवाड़े से ग्रिल तोड़कर की गई चोरी में मनोरमा ने एक करोड़ की चोरी का आरोप लगाया है।
इस मामले की प्राथमिकी रामपुर थाना में शनिवार की देर रात्रि दर्ज की गई है। मनोरमा देवी ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि चोरी में घर को सील करने वाले पदाधिकारियों की मिलीभगत है, उन्हें सारे सामान की जानकारी थी। उन्होंने दोषी व्यक्तियों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई करने और सरकार से क्षतिपूर्ति की मांग की है।
मामले में वरीय पुलिस अधीक्षक गरिमा मलिक ने कहा कि न्यायालय के आदेश के तहत सभी पदाधिकारी मकान सील की कार्रवाई के समय उपस्थित थे। मनोरमा देवी के आरोपों की अनुंसधान के क्रम में जांच कराई जाएगी। जांच में जो बातें सामने आएंगी। उसके आधार पर कार्रवाई होगी।
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विधान पार्षद ने प्राथमिकी संबंधी आवेदन में कहा है कि 11 मई को उनकी अनुपस्थिति में रामपुर थाना क्षेत्र के एपी कालोनी स्थित उनके आवास से जिला प्रशासन ने 6 बोतल अंगे्रजी शराब की जब्ती का आरोप लगाया था। मामले में उत्पाद अधिनियम 2016 की धारा 68 जी के तहत कांड दर्ज करते हुये हर कमरे में ताला लगा दिया था।
आवास को सील करते वक्त नगर पुलिस उपाधीक्षक आलोक कुमार सिंह, नगर प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव कुमार, कोतवाली थाना प्रभारी निहार भूषण, विष्णुपद थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह, रामपुर थाना के तत्कालिक प्रभारी गौरी शंकर गुप्ता और उत्पाद निरीक्षक प्रदीप कुमार उपस्थित थे।
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सील करते वक्त सोने-चांदी के जेवरात, चांदी का बर्तन एवं सिक्का, दैनिक उपयोग का बर्तन सहित 15 लाख रुपये नगद, एक दो नाली बंदूक, एक रायफल तथा एक रिवाल्वर, जिसका लाइसेंस मेरे नाम से है, घर में था। थाना प्रभारी रामपुर लाइसेंस और गोली ले गए। शस्त्र को घर में ही छोड़ दिया गया। चोरी के बाद सारा सामान गायब है। उन्होंने बताया कि उनके आवास में ही रमिया कंस्ट्रक्शन का कार्यालय है। उसका भी सामान गायब है।