जय श्री जगन्नाथ के जयकारे से गूंजा मंदिर प्रांगण
गया। एक पखवारे बाद श्री जगन्नाथ मंदिर का पट खुलते ही श्रद्धालुओं ने जय श्री जगन्नाथ के जयकारे लगा
गया। एक पखवारे बाद श्री जगन्नाथ मंदिर का पट खुलते ही श्रद्धालुओं ने जय श्री जगन्नाथ के जयकारे लगाए और भगवान के नव कलेवर का दर्शन लाभ लिया। मंदिर परिसर में एक ओर जहां पुरी से आए आचार्यो के नेतृत्व में धार्मिक कृत्यों का संचालन होता रहा। वहीं, दिन भर श्रद्धालुओं का तांता दर्शन को लगा रहा। इसके पहले अल सुबह प्रतिमा का स्नान, चंदन लेप, नूतन वस्त्र व श्रृंगार से सुसज्जित किया गया। संध्या बेला में भजन मंडली द्वारा भक्ति संगीत व डीएवी के छात्राओं ने भक्तिमय मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किए और डा. केके नारायण का आध्यात्मिक प्रवचन हुआ। संध्या आरती के पश्चात भगवान को छप्पन भोग अर्पित किया गया। जिसे उपस्थित श्रद्धालुओं ने प्रसाद स्वरूप ग्रहण किया। रविवार को पूर्व से तय कार्यक्रम के अनुसार पूजा-अर्चना के पश्चात भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी। जो शहर के विभिन्न मार्गो से होकर आदि शंकराचार्य मठ तक जाएगी। जहां भगवान श्री जगन्नाथ, भाई बलभद्र व बहन सुभद्रा का रात्रि विश्राम होगा। सोमवार को तीनों की वापसी श्री जगन्नाथ मंदिर में होगा।
विनय कुमार मिश्र