ई-रिक्शा चलाकर महिला कर रही है भरण पोषण
गया। अगर व्यक्ति शराबी है तो घर की जिम्मेवारी से लापरवाह हो जाता है। शराब के नशे में घर आकर पत्न
गया। अगर व्यक्ति शराबी है तो घर की जिम्मेवारी से लापरवाह हो जाता है। शराब के नशे में घर आकर पत्नी व बच्चों के साथ झगड़ा व मारपीट कर जिन्दगी तबाह करते रहता है। लेकिन महिला घर सहित अपने बच्चों को भरण पोषण के प्रति जिम्मेवार रहती है। उसी तरह की मिलता जुलता जुड़ी है एक 38 वर्षीय पीड़िता की कहानी है। बोधगया थाना के भागलपुर गांव निवासी अजन्ती देवी नशीला पति से परेशान होकर ई-रिक्शा चलाकर बच्चों को भरण पोषण करने को मजबूर है।
अजन्ती ने गुरुवार को जागरण से एक मुलाकात में बताया कि उसकी बाराचट्टी थाना के शर्मा बाजार में मैके है। 15 साल पूर्व भागलपुर गांव निवासी राजेश मांझी से शादी हुई थी। शादी के बाद पांच साल तक पति के साथ ठिक से रही। उसी में एक पुत्र व एक पुत्री का जन्म दी। उसके बाद से पति को शराब पीने का आदत लग गई। धीरे-धीरे शराब की लत बढ़ता गया। और घर के प्रति लपरवाह होता चला गया। भूख मरने की स्थिति आ गई। तब अजन्ती खेत में कार्य कर बच्चों को पालन पोषण करने लगी। उसी क्रम में मजदूरी से पैसा जमा कर एक साल पूर्व 1.15 लाख रुपये में ई-रिक्शा खरीद किया। तत्पश्चात रिक्शा चलाकर बच्चों को भरण पोषण कर रही है। अभी बड़ा बच्चा का उम्र 12 वर्ष व छोटा का उम्र 7 साल है। सभी के साथ पति को भी देखभाल करना पड़ रहा है।