पिता को मोक्ष दिलाने के लिए नन्हा दिवेश ने किया पिंडदान
गया। पितृपक्ष मेला-2016 में सोमवार की सुबह विष्णुपद मंदिर परिसर में तीर्थयात्रियों की खूब भीड़ लगी
गया। पितृपक्ष मेला-2016 में सोमवार की सुबह विष्णुपद मंदिर परिसर में तीर्थयात्रियों की खूब भीड़ लगी थी। उसी भीड़ में इंदौर के जनता कालोनी से आया नौ साल का नन्हा दिवेश अपने पिता चेतन वर्मा को मोक्ष दिलाने के लिए पिंडदान कर रहा था। दिवेश की मां रजनी वर्मा अपने पति को मोक्ष दिलाने के लिए गयाजी आकर बेटे से पिंडदान करा रही है। दिवेश कर्मकांड भी नहीं कर पा रहा था। उसकी मां ही अपने बेटे के हाथ को पकड़कर पिंडदान करवा रही थी। रजनी बताती है कि चेतन वर्मा के साथ उसकी शादी 18 फरवरी 2006 को हुई थी। शादी के बाद उसके ससुर आंनदी लाल व उसकी सास मुन्नी भी चल बसी। सास व ससुर की मौत के बाद वह पति के सहारे जी रही थी। परंतु, जब उसके पति भी चल बसे तो वह तो जीना ही भूल गई। परंतु, बेटे दिवेश को देखकर वह जीना सीखने लगी। अब उसकी जिंदगी में दिवेश के सिवाय कोई नहीं है। चेतन की मौत 2013 में सड़क हादसे में हो गई थी। उसके पिता योग प्रशिक्षक थे। सड़क हादसे में उसकी मौत घटनास्थल पर हो गई थी। रजनी के साथ उसकी छोटी बहन रौशनी वर्मा भी आई थी।