प्रदूषण बोर्ड के खिलाफ 12 हजार पावरलूम आज से बंद
गया। मानपुर के पटवाटोली क्षेत्र में करीब 12 हजार पावरलूम संचालित है। जहां 24 घंटे हजारों से अधिक
गया। मानपुर के पटवाटोली क्षेत्र में करीब 12 हजार पावरलूम संचालित है। जहां 24 घंटे हजारों से अधिक महिला-पुरूष मजदूर काम करते हैं। उससे उनकी और उनके परिवार की जीविका चलती है। साथ ही बच्चों का पालन-पोषण होता है। सभी पावरलूम को रविवार से अगले सात दिनों तक बंद रखने का एलान किया गया है। उक्त निर्णय वस्त्र उद्योग बुनकर सेवा समिति के अध्यक्ष प्रेम नारायण पटवा की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में लिया गया। समिति ने यह निर्णय प्रदूषण बोर्ड द्वारा पावरलूम को बंद करने के विरोध में लिया गया है।
बैठक के बाद अध्यक्ष प्रेम नारायण ने बताया कि उनकी समिति और पावरलूम संचालकों को बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के सचिव एस.चंद्रशेखर का कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। बिना कोई सूचना के किसी भी पावरलूम को हटाना सही नहीं है। यहां का पावरलूम कई सदियों से संचालित है। यहां की पीढि़यों से पावरलूम का काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बोर्ड के आदेश के विरोध में पावरलूम को 7 दिनों के लिए अनिश्चितकालीन बंद करने का निर्णय लिया जाएगा। 24 जुलाई से लेकर अगले रविवार तक यहां कोई भी पावरलूम नहीं चलेगी। साथ ही कपड़ा का रंगाई भी नहीं होगी। थोक व खुदरा कपड़ा का बिक्री भी पूर्णत: बंद रहेगा। उन्होंने बताया कि विरोध दर्ज कर जिला प्रशासन और बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को बताने का प्रयास करेंगे कि यहां कपड़ा की रंगाई से नदी का पानी प्रदूषित नहीं हो रहा है। साथ ही उन्होंने चेताया कि इस घोषणा को पर्षद तत्काल वापस नहीं लिया गया तो पावरलूम को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा। इसमें जो मजदूर काम कर रहे थे। वैसे में मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे। इसकी जिम्मेवार जिला प्रशासन और पर्षद के लोग होंगे।
यहां बता दें कि बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के सचिव ने अपने आदेश में कहा था कि मानपुर के पटवा टोली में डाईग सह पावरलूम उद्योग द्वारा धागों की रंगाई एवं धुलाई से भूगर्भ से जल प्रदूषित हो गया है। इस कारण से पावरलूम को बंद कराने के लिए डीएम को पत्र दिया है।