शिक्षकों के साथ छलावा कर रही राज्य सरकार
गया। शहर के अम्बेडकर पार्क में शनिवार को बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सैकड़ों पुरूष व महिला
गया। शहर के अम्बेडकर पार्क में शनिवार को बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले सैकड़ों पुरूष व महिला शिक्षिकाओं ने अपनी समस्याओं के निदान के लिए राज्य सरकार के खिलाफ धरना दिया। संघ के जिला अध्यक्ष रागीव हसन ने कहा कि राज्य के नियोजित माध्यमिक, उच्च माध्यमिक तथा पुस्तकालयाध्यक्षों की सेवाशर्त्त नियमावली तीन महीना में बनाने की तय थी। परंतु, आज एक साल बीत जाने के बावजूद भी घोषित नहीं हुई। जिस कारण से डीईओ द्वारा विद्यालयों के प्रभारी प्रधानाध्यापक संबंध विवाद पैदा किया जा रहा है। और विद्यालय अशांत हो चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को सुधारने की बजाए शिक्षकों के साथ छलावा कर रही है। अपने दायित्वों का बोझ शिक्षकों पर डाल रही है। अगर सरकार बहुत ही जल्द माध्यमिक शिक्षकों के समस्याओं का समाधान नहीं करती है। तो व्यापक पैमाने पर फिर से आंदोलन किया जाएगा। शिक्षकों ने कहा कि राज्य में दो हजार से ज्यादा स्कूलों प्रधानाध्यापकों का पद खाली है। इन स्कूलों में पदोन्नति करके सीट को भरा जाए। उन्होंने कहा कि अनुकंपा पर नियुक्ति बंद हो। तृतीय व चतुर्थ वर्गीय कर्मचारियों के पद रिक्त रहने से विद्यालय अव्यवस्थित हो रहा है। अल्पसंख्यक स्कूलों प्रधानाध्यापक और शिक्षक की नियुक्तियां विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा करने का प्रावधान है। परंतु, माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पास अनुमोदन करने का सैकड़ों मामले भेजा जा चुका है। परंतु, अभी तक लंबित पड़ा हुआ है। धरना के बाद संघ का शिष्टमंडल डीएम से मिलकर 12 सूत्री मांग सौंपी। धरना में जिला उपाध्यक्ष उमा शंकर, संयुक्त सचिव सह मगध प्रभारी नर्मदेश्वर शर्मा पन्ना, राज्य कार्यकारिणी सदस्य मनोज कुमार निराला, हीरा लाल यादव, जिला सचिव अनुज कुमार, संरक्षक ब्रजभूषण सिंह चौहान, रामाश्रय शर्मा, नरेंद्र कुमार, सुषमा कुमारी, किरण बाला सहित सैकड़ों पुरूष व महिला शिक्षिकाएं शामिल थे।