लैंड माइन्स विस्फोट का मास्टर माइंड पुलिस गिरफ्त में
गया। गया-औरंगाबाद जिले के सोनदाहा जंगल में गत सोमवार को नक्सलियों द्वारा किये गये लैंड माइन्स विस
गया। गया-औरंगाबाद जिले के सोनदाहा जंगल में गत सोमवार को नक्सलियों द्वारा किये गये लैंड माइन्स विस्फोट में शामिल भाकपा माओवादी के आर्मी दस्ते का प्रमुख सह जोनल कमांडर नागेन्द्र उर्फ विनोद यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वरीय पुलिस अधीक्षक गरिमा मलिक ने बताया कि इस मामले में विनोद के एक सहयोगी उपेन्द्र सिंह भोक्ता को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है। एसएसपी ने बताया कि इनके पास से दो मोबाईल एवं नक्सली पर्चा भी बरामद किया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली की विनोद यादव इमामगंज थाना क्षेत्र में छुपा हुआ है। जिसके बाद सीआरपीएफ के सहयोग से पुलिस की एक विशेष टीम का गठन किया गया। जिसका नेतृत्व सीआरपीएफ के कमाडेंट धीरेन्द्र वर्मा ने करते हुये इमामागंज थाना क्षेत्र के गौराडाबर गांव में छापामारी की गई। जहां से विनोद यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। विनोद यादव ने पुलिस के समक्ष यह स्वीकार किया है कि सोनदाहा जंगल के डुमरी नाला के पास उसी के नेतृत्व में लैंड माइन्स प्लांट किया गया था। इस कार्य में 40 नक्सली एवं कई कमांडर शामिल थे।
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कई कांडों में है विनोद की संलिप्ता
इमामगंज के गोराडाबर गांव से गिरफ्तार नक्सली सब जोनल कमांडर नागेन्द्र उर्फ विनोद यादव की संलिप्ता कई नक्सली कांडों में रही है। औरंगाबाद के नवीनगर माइन्स बलास्ट एवं टंडवा थाना प्रभारी की हत्या विनोद के द्वारा की गई थी। इसके अलावा औरंगाबाद के गोह में 30 रायफल की लूट, वर्ष 2012 में बलथरवा लैंड माइन्स बलास्ट एवं छकरबंधा नक्सली मुठभेड़, वर्ष 2009 में इमामगंज के समसोद गांव में अनिल सिंह का माइन्स विस्फोट कर घर उड़ाने, वर्ष 2015 के जनवरी माह में आपरेशन के दौरान डुमरिया थाना के ठकठकवा मोड़ के समीप सीआरपीएफ की गाड़ी उड़ाकर जवानों की हत्या करने, झारखंड के पलामू के पांडु थाना क्षेत्र में 16 टीपीसी सदस्यों की हत्या करने, देव थानांर्गत बंधु बिगहा में लैंड माइन्स बलास्ट कर सीआरपीएफ जवान की हत्या करने, वर्ष 2015 में आमस थाना क्षेत्र में 32 गाड़ियों में आग लगाने सहित अन्य कई कांडों में विनोद की संलिप्ता रही है। जिसकी पुलिस तलाश कर रही थी।
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मृत नक्सलियों का जंगल में किया गया अंतिम संस्कार
पुलिस के हत्थे चढ़ा माओवादी सब जोनल कमांडर नागेन्द्र उर्फ विनोद यादव ने पुलिस को कई अहम जानकारी दी है। विनोद की गिरफ्तारी से पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। विनोद माओवादियों के शीर्ष नेता संदीप यादव का दाहिना हाथ है। संदीप के निर्देश पर उसने कई जघन्य नक्सली कांडों को अंजाम दिया है। पुलिस के द्वारा पूछताछ के क्रम में विनोद ने बताया कि वह सोनदाहा के डुमरी नाला के पास पुलिस-नक्सलियों की मुठभेड़ में शामिल था। जिसमें कोबरा 205 बटालियन के 10 जवानों की मौत हो गई थी। माओवादी नेता संदीप के द्वारा उक्त घटना की प्लानिंग की गई थी। उसने बताया कि इस मुठभेड़ में मारे गये कई नक्सलियों का अंतिम संस्कार जंगल में ही कर दिया गया। जबकि घायल कई नक्सलियों का इलाज बिहार-झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में चिकित्सकों के द्वारा किया जा रहा है। उसने बताया कि वह विगत 10 वर्षो से संगठन में शामिल है। इस दौरान भाकपा माओवादी संगठन के स्पेशल एरिया कमेटी के सदस्य संदीप यादव की लगभग हर प्लानिंग शामिल रहा है।