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बुद्ध पूजा के साथ वर्षावास काल शुरू

गया। बौद्ध भिक्षुओं का त्रैमासिक वर्षावास काल मंगलवार से प्रारंभ हो गया। बुद्धभूमि बोधगया में बौद्ध

By Edited By: Published: Tue, 19 Jul 2016 08:00 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jul 2016 08:00 PM (IST)
बुद्ध पूजा के साथ वर्षावास काल शुरू

गया। बौद्ध भिक्षुओं का त्रैमासिक वर्षावास काल मंगलवार से प्रारंभ हो गया। बुद्धभूमि बोधगया में बौद्ध भिक्षुओं ने वर्षावास काल की शुरूआत महाबोधि मंदिर में बुद्ध पूजा के साथ किया। महाबोधि सोसाइटी आफ इंडिया शाखा बोधगया के प्रभारी भंते के. मेंदाकर थेरो ने बताया कि वर्षावास काल के पहले दिन श्रीलंका से 250 बौद्ध श्रद्धालुओं का एक दल बोधगया पहुंचा है। जिसके साथ महाबोधि मंदिर में विशेष बुद्ध पूजा किया गया। उसके बाद विभिन्न बौद्ध मोनास्ट्री में संध्या बेला में पूजा-अर्चना किया गया। और इसी के साथ वर्षावास काल प्रारंभ हो गया। उन्होंने कहा कि सोसाइटी में 11 बौद्ध भिक्षु वर्षावास काल व्यतीत करेंगे। इसी प्रकार अलग-अलग मोनास्ट्री में वर्षावास व्यतीत करने वाले बौद्ध भिक्षुओं की संख्या होगी। भंते मेंदाकर ने बताया कि भिक्षुओं के वर्षावास काल प्रारंभ होते ही श्रीलंकाई बौद्ध श्रद्धालुओं का बुद्धभूमि पर आना शुरू हो जाता है। श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला वर्षावास काल समापन और उसके बाद आयोजित होने वाला कठिन चीवरदान समारोह तक जारी रहेगा।


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