हलकान रहे लोग, लगा रहा जाम
गया। शनिवार को शहर के उत्तरी इलाके का व्यस्त रोड बागेश्वरी-पावरगंज-रेलवे स्टेशन रोड पर बैरागी कलाली
गया। शनिवार को शहर के उत्तरी इलाके का व्यस्त रोड बागेश्वरी-पावरगंज-रेलवे स्टेशन रोड पर बैरागी कलाली मोड़ के पास सुबह से ही लोग उतर आए। जिसके कारण लोग हलकान रहे। वहीं दूसरी तरफ शहर के दक्षिण इलाके में नारायण चुआं मोड़ के पास मनसरबा पईन पर रंजीत सिंह नामक एक व्यक्ति द्वारा कथित अतिक्रमण करने के विरोध में स्थानीय लोग सड़क को जाम कर दिया। बैरागी मोहल्ले के पास जाम कर रहे लोगों का आरोप था कि पिछले चार महीने से कलाली मोड़ से लेकर केन्द्रीय विद्यालय संख्या-1 तक के लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जो वाटर टैंकर भेजा जा रहा है। वहां से पानी लाने के लिए घर की महिलाओं को जाना पड़ता है। लोगों का कहना था कि पावरगंज कुम्हार टोली जलापूर्ति केन्द्र का पंप चालक अमोद कुमार स्थानीय लोगों के बहकावे में आकर उनके मोहल्ले में जलापूर्ति नहीं कराता है। जिसे यहां से स्थानांतरित कर किसी दूसरे पंप हाउस पर भेजा जाए। वहीं क्षेत्र में जलापूर्ति सुनिश्चित कराने की स्थायी व्यवस्था की जाए। लोगों का कहना था कि नगर निगम के कार्यपालक पदाधिकारी नगर आयुक्त को समस्या से पूर्व में ही अवगत कराया गया। अभियंता दिनकर प्रसाद क्षेत्र में आकर जांच की। एक दो दिन ठीक से पानी मिला। इसके बाद पानी मिलना बंद है। क्षेत्रीय पार्षद डिप्टी मेयर अखौरी ओंकारनाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव तथा निगम प्रशासन द्वारा जलापूर्ति सुनिश्चित कराने के आश्वासन के बाद लोगों ने सड़क जाम हटाया। वहीं दूसरी तरफ नारायण चुआं मोड़ के पास सड़क जाम कर रहे लोगों का कहना था कि यहां सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर रंजीत सिंह द्वारा मकान बनाया जा रहा है। पड़ोस के किरण देवी सहित कई घरों के नाली का पानी जाने का रास्ता रोक देने से क्षेत्र की स्थिति नरकीय हो चली है। प्रशासन को बार-बार इस ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया। लेकिन स्थानीय प्रशासन मौन है। विरोध करने पर मोहल्ले के लोगों को तरह तरह की धमकी दी जाती है। लोगों का कहना था कि भू-माफिया मसूदन बाबा की जमीन को अवैध कब्जा दिखाकर बेच रहे हैं। सड़क जाम कर रहे लोगों को प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया कि कार्रवाई कराते हुए अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। इसके बाद सड़क जाम कर रहे लोग अपना आंदोलन वापस ले लिए। सड़क जाम के कारण कड़ी धूप में लोगों को परेशानियों के बीच होकर गुजरना पड़ा। लोग हलकान रहे।