कालेजों में पूर्व से निर्धारित सीट पर होगा नामांकन
जागरण संवाददाता, बोधगया (गया): इंटर कला, विज्ञान व वाणिज्य संकाय के परीक्षाफल घोषित होते ही अंगीभ
जागरण संवाददाता, बोधगया (गया): इंटर कला, विज्ञान व वाणिज्य संकाय के परीक्षाफल घोषित होते ही अंगीभूत व संबद्ध कालेजों में स्नातक स्तरीय कोर्स में नामांकन के लिए आवेदन प्रपत्र जमा करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। अंगीभूत व संबद्ध कालेजों में नामांकन प्रक्रिया पर विवि प्रशासन की कड़ी निगाहें है। क्योंकि पूर्व से निर्धारित सीट के तहत ही छात्रा-छात्राओं का नामांकन लेना है। और वो भी राज्य सरकार द्वारा घोषित आरक्षण नियम का अनुपालन करते हुए। हालांकि इसके लिए मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा विवि को अंगीभूत व संबद्ध कालेजों के लिए आदेश निर्गत है। जिसमें मविवि अंतर्गत 44 अंगीभूत कालेजों में से कुछेक को श्रेणी 'ए' दर्जा प्राप्त है। और शेष सभी कालेजों को श्रेणी 'बी' के अंतर्गत रखा गया है। जहां स्नातक कला, विज्ञान व वाणिज्य संकाय के विभिन्न प्रतिष्ठा विषयों में नामांकन के लिए अलग-अलग संख्या में सीट निर्धारित है।
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श्रेणीबद्ध कालेज:- राज्य सरकार ने गया कालेज गया, कालेज आफ कामर्स पटना, एएन कालेज पटना, नालंदा कालेज बिहारशरीफ, एस सिन्हा कालेज औरंगाबाद, एसएस कालेज जहानाबाद और केएलएस कालेज नवादा को श्रेणी 'ए' में रख है। शेष अंगीभूत कालेजों को श्रेणी 'बी' तथा विवि से संबद्ध सभी कालेजों को सैद्धांतिक रूप से श्रेणी 'सी' में रखा है।
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ऐसे है सीटों का निर्धारण:-श्रेणी 'ए' के कालेजों में विज्ञान संकाय में छात्रों की संख्या अधिकतम 720 होगी। किसी एक प्रतिष्ठा विषय में छात्रों की अधिकतम संख्या 144 होगी। इसी प्रकार कला संकाय में 960 तथा वाणिज्य संकाय में 640 अधिकतम होगी। 'बी' श्रेणी के कालेजों में विज्ञान संकाय में 640 होगी। किसी एक प्रतिष्ठा विषय में 128 अधिकतम, कला संकाय में 800 जिसमें किसी एक प्रतिष्ठा विषय में छात्रों की संख्या 160 तथा वाणिज्य संकाय में 560 होगी। श्रेणी 'बी' के अनुसार ही श्रेणी 'सी' के तहत सैद्धांतिक रूप से संबद्ध कालेजों में सीटों का निर्धारण किया गया है।
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कहते हैं अधिकारी:- मविवि अध्यक्ष छात्र कल्याण डा. सीताराम सिंह ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा संबद्ध कालेजों की जांच प्रक्रिया में यह मामला प्रकाश में आया था कि कई संबद्ध कालेज राज्य सरकार व विवि के आदेश का उल्लघंन करते हुए निर्धारित सीट से अधिक नामांकन लिए हैं। इसलिए इस पर विशेष ध्यान रखा जा रहा है। और सभी अंगीभूत व संबद्ध कालेज के प्राचार्यो को पत्र भेजकर आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है। आदेश का अनुपालन न करने पर छात्रों का पंजीयन व परीक्षा प्रपत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे। जिसकी सारी जिम्मेवारी कालेज प्रबंधन की होगी।