राजग से चैंबर ने बनाई दूरी
गया। सेंट्रल बिहार चैंबर आफ कामर्स के वार्षिक समारोह सह पदधारण कार्यक्रम में कई वर्षो बाद राष्ट्रीय
गया। सेंट्रल बिहार चैंबर आफ कामर्स के वार्षिक समारोह सह पदधारण कार्यक्रम में कई वर्षो बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का कोई बड़ा चेहरा नजर नही आया। जबकि गया शहरी क्षेत्र से विधायक डा.प्रेम कुमार सूबे के नेता प्रतिपक्ष हैं। वहीं, गया संसदीय क्षेत्र से भाजपा के हरि मांझी लोक सभा में प्रतिनिधि है। साथ ही औरंगाबाद व जहानाबाद के क्रमश भाजपा व रालोसपा के सुशील कुमार सिंह एवं डा.अरूण कुमार सांसद है। दोनों संसदीय क्षेत्र का एक बड़ा भूभाग गया जिला अंतर्गत है।
गया के अग्रसेन धर्मशाला में रविवार को सेंट्रल बिहार चैंबर आफ कामर्स का वार्षिक समारोह संपन्न हुआ। नियमत: दिसंबर के आखिरी तिथि को वार्षिक समारोह आयोजित कर नए पदधारको को पद ग्रहण कराने की परंपरा रही है। इस वर्ष एक माह से ज्यादा समय वार्षिक समारोह को आयोजित करने मे लग गया। समारोह के मुख्य अतिथि सूबे के पशुपालन व मत्स्य मंत्री अवधेश कुमार सिंह थे। श्री सिंह काग्रेस के एक कद्दावर राजनेता के रूप मे राजनीतिक गलियारे में जाने जाते है। अवधेश सिंह 1980 में विधायक बनने के बाद से सक्रिय राजनीति में है। लेकिन सेंट्रल बिहार चैंबर आफ कामर्स के पदाधिकारियों ने सबसे महत्वपूर्ण वार्षिक महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि श्री सिंह को कभी नही बुलाया। श्री सिंह एक दशक पूर्व चैंबर के होली मिलन कार्यक्रम में शामिल हुए थे। नवगठित कमेटी के अध्यक्ष हरि केजरीवाल का काफी निकट संबंध या कहे मित्रता अवधेश सिंह से कई दशक पुरानी है। एक उपाध्यक्ष राजेश प्रसाद जद यू महानगर के अध्यक्ष है। सचिव गोबर्द्धन वर्णवाल जद यू समर्थक है। ऐसे में नवगठित कमेटी के द्वारा राजग नेताओं से दूरी स्वाभाविक है।
जबकि गया के विधायक सह नेता प्रतिपक्ष डा.कुमार चैंबर के गतिविधियों से काफी करीबी रहे है। विधि-व्यवस्था सहित कई विषय पर चैंबर की अगुवाई में हुए आंदोलन का एक अहम किरदार डा. कुमार पिछले 25 वर्षो से रहे है। वहीं, गया के सांसद हरि मांझी का भी काफी मधुर संबंध चैंबर के नेताओं से रहा है। लेकिन मगध प्रमंडल के भाजपा सहित राजग का एक भी बड़ा चेहरा रविवार को संपन्न वार्षिक समारोह में नजर नही आया।
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सभी को किया गया था आमंत्रित
गया: सेंट्रल बिहार चैंबर आफ कामर्स के नव नियुक्त अध्यक्ष हरि केजरीवाल ने पूछे जाने पर कहा कि बगैर किसी भेदभाव के हर राजनीति दल के नेताओं को समारोह में शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया गया था। उन्होंने कहा कि प्रेमजी, सांसद हरि मांझी सहित जिले के सभी माननीय विधायकों को आमंत्रित किया गया था।