पावर सब-स्टेशन का निर्माण कार्य दो दशक से अधर में
गया। प्रखण्ड के पनारी गाव के समीप निर्माणाधिन विद्युत पावर सब-स्टेशन का निर्माण कार्य लगभग दो दशक से
गया। प्रखण्ड के पनारी गाव के समीप निर्माणाधिन विद्युत पावर सब-स्टेशन का निर्माण कार्य लगभग दो दशक से अधर में लटका है। जिसके कारण प्रखण्ड के पूर्वी क्षेत्र की एक बड़ी आबादी आज के बदलते दौर में भी लालटेन युग में जीने को विवश है। वही उक्त क्षेत्र में बिजली के अभाव में कृर्शि भी काफी प्रभावित है।
लगभग दो दशक पूर्व बेलागंज के पनारी गॉव के समीप पावर सव-स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। जिसके बाद कृर्षि बहुल क्षेत्र होने के कारण किसानों में आस जगी थी कि कृर्शि कार्य के लिए अब महंगे पम्पसेट से छुटकारा मिलेगा और लोगों को लालटेन युग से निकलने का मौका मिलेगा। मगर आज पावर सब-स्टेशन का निर्माण लोगो के बीच दिवास्वप्न बन कर रह गया है। पावर सब-स्टेशन के निर्माण के लिए लाये गये उपकरणों की चोरी बदस्तुर जारी है। आधे से अधिक छोटे-बड़े उपकरण चोरो द्वारा चुरा लिया गया है। उपकरण के नाम पर लोहे के गाड़े गये पीलर ही शेष रह गये है। वही चिन्हित स्थान का उपयोग ग्रामीण अपने मवेशी बांधकर कर रहे है। विभागीय लापरवाही के कारण सरकारी सम्पति का भारी नुकसान हो रहा है। उक्त पावर सब-स्टेशन का निर्माण कार्य अधुरा होने के कारण आस-पास के दो दर्जन गाव एवं टोले के लगभग तीस हजार से अधिक की आबादी अंधेरे में जीने को विवश है। वही पनारी एवं श्रीपुर पंचायत में कई वर्श पूर्व लगाये गये सरकारी नलकुपों के साथ-साथ खेतों में पटवन के लिये लगाये गये किसानों के निजि मोटर पम्पसेट भुत बंगला में तब्दील हो गया है। सरकार की अनदेखी एवं विभागीय लापरवाही के कारण दो दशक बीत जाने के बाबजुद पावर सब-स्टेशन का निर्माण पुरा नही हो सका है। जबकि स्थानीय लोगो द्वारा कई बार संबंधित पदाधिकारीयों एवं जनप्रतिनिधियों को निर्माणाधिन सब-स्टेशन को चालु कराने का माग कर चुके है। मगर कोई कारवायी नही होती दिख रही है। जिससे स्थानीय लोगों एवं किसानों में निराशा कायम है।