एक मेमो के कारण घंटो से पड़ा है शव
गया।मौत के कारण एक नहीं। कई हो सकते हैं। लेकिन मौत हुई। यह सत्य है। फिर भी किसी मानव का शव घंटो से क
गया।मौत के कारण एक नहीं। कई हो सकते हैं। लेकिन मौत हुई। यह सत्य है। फिर भी किसी मानव का शव घंटो से केवल इसलिए पड़ा है। क्योंकि शव को उठाने को लेकर रेल प्रशासन की तरफ से लिखित रूप में मेमो पुलिस को नहीं मिला है। पहाड़पुर स्टेशन के पास ढाढर नदी पर बने रेल पुल के नीचे एक शव के पड़े होने की जानकारी गया-धनबाद रेलखंड के कोडरमा रेलवे स्टेशन मास्टर विजय प्रसाद बर्मा को शुक्रवार की अल सुबह ही मिली। पर इनका कहना है कि उन्हें किसी रेलकर्मी व या किसी अन्य के द्वारा लिखित सूचना नहीं मिली। जिसके कारण वे गया रेल थाना को मेमो नहीं भेजा। बात फतेहपुर थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह तक पहुंची। जिनके संज्ञान में मामला पहले से ही था कि पहाड़पुर स्टेशन के पास ढाढर नदी पर बने रेल पुल के नीचे एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है। जिसकी सूचना उन्होंने गया रेल थानाध्यक्ष को दे दी है। देर शाम गया रेल थानाध्यक्ष राजकुमार पासवान ने बताया कि इस संबंध में रेलवे की ओर से स्टेशन मास्टर द्वारा कोई लिखित मेमो नहीं मिला है। ऐसे में कहां पर जाना है। कहां से शव उठवाना है। ये बात समझ में नहीं आता। उन्होंने कहा कि स्वयं उन्होंने स्टेशन मास्टर से मेमो मांगा है। लेकिन उन्होंने मेमो नहीं भेजा। इस कागजी पेंच में शव सुबह से देर शाम तक घटनास्थल पर ही पड़ा है। पहाड़पुर स्टेशन के पास ढाढर नदी पर बने रेल पुल के पीलर संख्या-3 के पास मालगाड़ी की चपेट में आने से बचने का प्रयास किया। लेकिन इस बीच मालगाड़ी पुल पर आ चुकी थी। जिससे बचने के प्रयास में ट्रेन की चपेट में आकर पुल के नीचे गिर गया। और अज्ञात 65 वर्षीय वृद्ध की मौत शुक्रवार की सुबह हो गयी। पहाड़पुर स्टेशन के एसएम विजय प्रसाद बर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी किसी ने लिखित रूप में नहीं दिया है। जिसकेकारण घटना की सूचना रेल पुलिस को नहीं दिया गया। इनका कहना है कि शव पुल के नीचे रहने के पीछे एक कारण यह हो सकता है कि उसकी किसी ने हत्या कर लाश को वहा फेंक दिया हो। इस मामले में जब फतेहपुर थानाध्यक्ष अखिलेश सिंह से पूछा गया। तो उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी प्राप्त हुई है। परंतु ट्रेन की चपेट में आने से हुई मौत होने के कारण इसकी सूचना गया रेल थानाध्यक्ष को दूरभाष पर दे दी गयी है। रेल पुलिस सूत्रों ने बताया कि गया रेल थाना में सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक सअनि मनोहर पासवान की ड्यूटी थी। जिन्हें इस घटना की सूचना किसी भी माध्यम से नहीं दी गई। इनके बाद दोपहर 2 बजे से ड्यूटी कर रहे अनि कुमार राजेश को भी इस तरह की कोई अधिकृत व मौखिक सूचना नहीं मिली। इस संबंध में सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक ड्यूटी पर रहे गया स्टेशन उपाधीक्षक एम.ए. खां का कहना था कि कहीं से भी इस तरह के घटना की सूचना उन्हें मिली। ऐसे में शव घटनास्थल पर देर शाम तक पड़ा रहा। मृतक एक काला रंग का हाफ पैंट व उजला रंग का धारीदार शर्ट पहने है। शव के पास एक काला रंग का बैग देखा गया है। हालांकि देर शाम तक शव के नहीं उठाए जाने के सवाल पर फतेहपुर थानाध्यक्ष श्री सिंह कहते हैं कि फिर एक बार रेल पुलिस को सूचना देंगे। यदि रेल पुलिस शव को नहीं उठाती है। तो वे आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।