गया::::: 'दुनिया को दिखाने को गया जंक्शन खूबसूरत नगीना'
-------- देवव्रत, गया -------- भले ही हम और आप गया जंक्शन को उतना तवज्जो न देते हों। पर यह सोल
--------
देवव्रत, गया
--------
भले ही हम और आप गया जंक्शन को उतना तवज्जो न देते हों। पर यह सोलह आने सच है कि भारतीय रेल का गया जंक्शन विश्व पर्यटन के मानचित्र पर एक ध्रुव तारे के समान है। इसके पीछे जो कारण है। वो केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के साथ साथ हर कोई जानता है।इस पावन धरती पर सिद्धार्थ को ज्ञान मिला। और भगवान बुद्ध कहलाए। वहीं इसी पावन भूमि पर अपने पितरों को मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करने के लिए देश ही नहीं। बल्कि विदेशों में बसे सनातन धर्म के मानने वाले लोग पितृ तर्पण का कर्मकांड करने यहां सालों भर आते रहते हैं। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक व तीर्थयात्री इसी गया रेलवे स्टेशन से होकर ही बोधगया के महाबोधि मंदिर व विष्णुपद मंदिर में दर्शन, पूजा अर्चना व तर्पण के लिए पहुंचते हैं।
इस रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय सुविधा से लैस करने की दिशा में कई कदम उठाए जा रहे हैं। विशेषकर नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इस स्टेशन को बेहतर यात्री सुविधा से युक्त करने की योजना पर बड़ी तेजी से काम चल रहा है। उक्त बातें शुक्रवार को मुगलसराय रेल मंडल प्रबंधक विद्याभूषण रेलयात्री उपभोक्ता पखवारा के तहत पत्रकारों व यात्री संघ के पदाधिकारियों के साथ संवाद के क्रम में कही। उन्होंने कहा कि यह गौरव की बात है कि गया जंक्शन मुगलसराय रेल मंडल अंतर्गत आता है। गया जंक्शन इस रेल मंडल का 'शो केस' बने। ताकि देश दुनिया से आने वाले पर्यटक, तीर्थयात्री व सामान्य रेलयात्री भी इस 'नगीना' को देख तारीफ कर सकें। और यहां से अच्छा संदेश लेकर जाएं। उन्होंने कहा इस नगीने की चमक और बढ़ाना है। इसमें यात्री सहित हम सभी का दायित्व बनता है कि सब मिलकर इसके लिए प्रयास करें। उन्होंने नरेन्द्र मोदी की सरकार के तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि नई सरकार की नई सोच है। यहां एक साल में क्या हुआ। अगले एक साल में और क्या होना है। सीनियर डीसीएम आशीष कुमार झा ने एक विस्तृत रिपोर्ट यात्री संघ से जुड़े लोगों के सामने मीडिया के समक्ष रखे।
----------
मुगलसराय रेल मंडल की उपलब्धियां-
* ट्रेनों के नियमित परिचालन में पंच्यूलिटी में 6 प्रतिशत इजाफा
* वार्षिक आय में 13.6 प्रतिशत की वृद्धि
* एसटीबीए योजना के मामले में मुगलसराय रेल मंडल पूर्व मध्य रेल का पहला रेल मंडल
* रिटाय¨रग रूम का आन लाइन बुकिंग
* ट्रेन परिचालन व्यवस्था पूरी तरह कंप्यूटरीकृत
* आन बोर्ड सिक्यूरिटी के लिए 1322 नंबर का वायस लाग
* 40 समपार फाटक सौर उर्जा से लैस
* मानवरहित 71 एलसी गेट पर गेट मित्र की नियुक्ति
* मुगलसराय-गया स्टेशन के बीच रेलवे लाइन के किनारे 24 हजार वर्गमीटर क्षेत्र को अतिक्रमणमुक्त कराया गया
* ट्रैक पेट्रोलिंग मैन को मोबाइल सुविधा से लैस किया गया
* गया व डिहरी-आन-सोन जंक्शन पर एफओबी
* उटारी रोड स्टेशन बिल्डिंग बना
* गया सहित सभी प्रमुख स्टेशनों पर आरसीसी व स्टील बेंच की व्यवस्था
---------
इन परियोजनाओं पर हो रहे कार्य
* गया के सर्क्यूलेटिंग एरिया में नई यूटीएस/पीआरएसस बिल्डिंग
* वीआइपी जोन
* 90 कमरे का मल्टीप्लेक्स का निर्माण
* स्तरीय सुविधायुक्त बजट होटल
* डीलक्स शौचालय की सुविधा
* पांच विदेशी भाषाओं सहित देश की सात भाषा वाली एक बुक आरपीएफ के पास है
* दूसरा वाशिंग पीट लाइन
* प्री-पेड टैक्सी व आटो की सुविधा की दिशा में जिला प्रशासन से संवाद
* वृद्ध व विकलांग यात्रियों के लिए प्लेटफार्म पर बैटरी से संचालित होने वाले वाहन
* गया जंक्शन पर स्केलेटर की जल्द होगी सुविधा
* पूछताछ कार्यालय को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी
-----------
यात्री संघ से जुड़े लोगों ने संवाद के क्रम में मांगों को रखा
* अनूप केडिया ने तत्काल टिकट के लिए टोकन मशीन लगाने, कोच इंडीकेटर सुविधा को व्यवस्थित करने व पीपी मेला के दौरान सुरक्षा व प्राइवेट टैक्सी पार्किंग के लिए अलग स्थान देने की मांगों को रखा
* डीके जैन ने महबोधि एक्सप्रेस का एक और एलएचबी रेक, कई ट्रेनों में कोटा बढ़ाने, डाउन दून एक्सप्रेस में एसी कोच बढ़ाने, हावड़ा-धनबाद डबल डेकर को गया तक विस्तार की मांग की।
* हरि प्रकाश केजरीवाल ने ट्रेन आगमन व प्रस्थान सूचना प्रणाली में व्याप्त खामियों से अवगत कराते हुए इस प्रणाली को और विकसित करने की मांग की।
* अरविंद कुमार वर्मा ने कुली के लिए विश्राम रूम को अपर्याप्त बताते हुए सुविधायुक्त स्थान दिलाने की मांग की। साथ ही स्टेशन के सर्क्यूलेटिंग एरिया में आटो रिक्शा चालकों द्वारा मनमानी की बात बताते हुए इस पर रोक लगाने की मांग की। हालांकि इस मुद्दे पर सीनियर डीओएम आधार राज व श्री वर्मा के बीच काफी देर तक बहस छिड़ गई। डीआरएम व अन्य के पहल पर मामला शांत हुआ।
* राजेश प्रसाद ने पितृपक्ष मेला के दौरान सुरक्षा व अन्य सुविधाओं से संबंधित मांगें रखी।