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मांझी बोले- अभी भी हूं जदयू मेंं, आवाज उठाने के लिए बनाई 'हम'

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि वे आज भी जदयू में हैं। उन्होंने समर्पण नहीं किया है। वे मुस्तैदी से लड़ेंगे। 20 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में 'हम' की विशाल रैली होगी, जिसमें पांच लाख लोग जमा होंगे।

By pradeep Kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 20 Mar 2015 10:58 AM (IST)Updated: Fri, 20 Mar 2015 11:01 AM (IST)
मांझी बोले- अभी भी हूं जदयू मेंं, आवाज उठाने के लिए बनाई 'हम'

गया। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि वे आज भी जदयू में हैं। उन्होंने समर्पण नहीं किया है। वे मुस्तैदी से लड़ेंगे। 20 अप्रैल को पटना के गांधी मैदान में 'हम' की विशाल रैली होगी, जिसमें पांच लाख लोग जमा होंगे। इससे कम लोग आए तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे।

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मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद मांझी गुरुवार को पहली बार गया स्थित अपने आवास पहुंचे थे। प्रेस-वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि वे जदयू से निष्कासित नहीं हैं, बल्कि असली जदयू उनके ही पास है। नीतीश कुमार लालटेन (राजद का चुनाव-चिह्न) के साथ जा रहे हैं, तो तीर (जदयू का चुनाव-चिह्न) उनके साथ रहेगा। एक छोटे कर्मचारी के भी निष्कासन से पहले उससे स्पष्टीकरण पूछा जाता है। मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ, यह अन्याय है। मेरी गलती तक नहीं बताई गई। बकौल मांझी, ऐसी कोई बात नहीं कि सबकुछ भाजपा के सहयोग से ही चल रहा है। अगर भाजपा ने कायदे से सहयोग किया होता, तो आज सूबे की सियासी तस्वीर अलग होती।

मांझी ने कहा कि मेरे मंत्रिमंडल के अंतिम दिनों में लिए गए 34 निर्णयों को रद करना न्यायोचित नहीं है। वे निर्णय दलहित, जनहित और लोकहित से जुड़े थे। हिंदुस्तान आवाम मोर्चा (हम) इस बात को जनता तक पहुंचाने का काम कर रहा है। 'हमÓ का रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है। यह जदयू का फ्रंट आर्गेनाइजेशन है। यह पार्टी नहीं, एक मोर्चा है। विधानसभा चुनाव में 'हमÓ बिहार में दिल्ली की 'आपÓ साबित होगा। 'हमÓ का दूसरा सम्मेलन 21 मार्च को गया के गांधी मैदान में आयोजित किया गया है।

मांझी ने आरोप लगाया कि विश्वासमत के वक्त उन्हें भी मारने की धमकी दी गई थी। उनके समर्थक विधायकों के आवास को दबंग लोगों ने घेर रखा था। वैसी स्थिति में उन्होंने सभी विधायकों को विधानमंडल सत्र में जाने की सहमति दी। दावा किया कि उनके साथ उस वक्त 24-25 विधायक थे।


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