आज से खुलेगा मविवि मुख्यालय
जागरण संवाददाता, बोधगया (गया) : मगध विश्वविद्यालय परिसर में भारतीय प्रबंधन संस्थान की स्थापना को लेक
जागरण संवाददाता, बोधगया (गया) : मगध विश्वविद्यालय परिसर में भारतीय प्रबंधन संस्थान की स्थापना को लेकर जारी विरोध समाप्त हो गया। शुक्रवार से विवि के प्रशासनिक भवन में कार्यकलाप सामान्य रूप से चलेगा। वहीं, स्नातकोत्तर विभागों में अध्ययन-अध्यापन का कार्य भी होगा। विवि के शिक्षक व कर्मचारी आइआइएम के विवि परिसर में स्थापना के विरोध को लेकर मंगलवार से धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। लेकिन गुरुवार को आईआईएम स्थापना को लेकर स्थल निरीक्षण करने आयी टीम की वापसी के उपरांत प्रतिकुलपति ने आंदोलनरत शिक्षक व कर्मचारियों को संबोधित कर वस्तु स्थिति से अवगत कराया। उसके बाद शिक्षक व कर्मचारी धरना को समाप्त किए। संघ के अध्यक्ष अमितेश प्रकाश ने आंदोलन समाप्त कर शुक्रवार से मुख्यालय खोलने की घोषणा की। अध्यक्ष श्री प्रकाश ने बताया कि मुख्यालय तो खुलेगा, लेकिन कुलपति प्रो. एम. इश्तेयाक को इस पर लिखित आश्वासन देना होगा। आईआईएम स्थापना को लेकर भूखंड आवंटन में कुलपति की भूमिका संदेह के घेरे में है। इसलिए कुलपति से टेबल टाक किया जाएगा। अन्यथा जरूरत पड़ने पर उनका घेराव भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विवि परिसर में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की योजना मेडिकल व इंजीनियरिंग कालेज को क्रियान्वित कराना है। ऐसे में विवि के भूखंड को लेकर कुलपति ने अपनी सहमति कैसे जतायी?
पुलिस छावनी में तब्दील रहा विवि परिसर
बोधगया (गया) : आईआईएम स्थापना को लेकर गुरुवार को उच्च स्तरीय टीम के मविवि आगमन को लेकर विवि परिसर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। विवि परिसर में आईआईएम स्थापना का विरोध स्नातकोत्तर शिक्षक संघ व विवि कर्मचारी संघ द्वारा गतेक दिनों से किया जा रहा था। टीम के सदस्यों के आगमन से पूर्व शिक्षकों ने एक दिवसीय धरना दिया। जबकि कर्मचारी संघ गत मंगलवार से धरना-प्रदर्शन कर रहा था। विवि के दोनों प्रवेश द्वार पर दंगा निरोधक वाहन और काफी संख्या में डंडाधारी पुलिस बल की तैनाती थी। टीम के सदस्यों के साथ स्वयं सिटी एसपी राकेश कुमार सुरक्षा की कमान संभाले थे।
मविवि का भूखंड होगा अतिक्रमण मुक्त
बोधगया (गया) : आईआईएम की टीम के बहाने मगध विश्वविद्यालय का अतिक्रमित भूखंड को चिह्नित कर मुक्त कराने पर भी सहमति बनी है। शिक्षा विभाग में विवि के पदाधिकारियों के साथ बैठक में यह मामला उठाया गया। इस पर जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने एलआरडीसी को गंभीरता पूर्वक इस मामले का हल करने का आदेश दिया। प्रतिकुलपति प्रो. कृतेश्वर प्रसाद ने बताया कि पहले विवि के भूखंड को चिह्नित किया जाएगा। उसके बाद अतिक्रमण मुक्त कराने की पहल की जाएगी।
120 करोड़ के प्राक्कलन पर लगी मुहर
बोधगया (गया) : मविवि परिसर के समेकित विकास के लिए उच्च शिक्षा विभाग स्तर से 120 करोड़ के प्राक्कलन पर मुहर लगा दी गई है। इसमें से आठ करोड़ रुपए निर्गत भी कर दिया गया है। यह बात बैठक में तब उठी, जब यह कहा गया कि विवि परिसर स्थित शिक्षा विभाग के सामने स्नातकोत्तर बौद्ध अध्ययन विभाग का भवन व शिक्षा विभाग का भवन आकर्षक है, जबकि शिक्षा विभाग के आजू-बाजू के दो भवन जर्जर हैं। इसका भी जीर्णोद्धार होना चाहिए। वहीं, निरीक्षण टीम के सदस्यों ने कहा कि शिक्षा विभाग के भवन में अगर आईआईएम का पठन-पाठन कार्य चलता है। उसका प्रवेश व निकास अलग द्वार से होगा।