गबन के आरोपी पर देर से हुई कार्रवाई
जागरण संवाददाता, बोधगया (गया): आखिरकार बोधगया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कार्यरत लिपिक पर निलंबन की कार्रवाई हुई। यह कार्रवाई भी तब हुई जब मामला क्षेत्रीय उप निदेशक स्वास्थ्य डा. राजेन्द्र प्रसाद के संज्ञान में आया। सिविल सर्जन डा. अरविन्द कुमार ने आरोपी लिपिक मुकेश कुमार को दंडित नहीं कर उसे शेरघाटी स्थानांरित कर उपकृत कर दिया था। लेकिन क्षेत्रीय उप निदेशक ने इस पर आपत्ति जताई, तब मुकेश कुमार का स्थानांतरण वापस लेते हुए मुकेश सहित तत्कालीन लेखा लिपिक रामलखन पासवान पर निलंबन की कार्रवाई की गई। यहां यह बता दें कि लिपिक मुकेश कुमार पर चिकित्सा पदाधिकारी डा. उदय नारायण सिन्हा ने गबन के संबंध में बोधगया थाना में 15 दिसम्बर 2013 को और तत्कालीन चिकित्सा पदाधिकारी डा. बीके वर्मा ने 18 मार्च 2014 को बोधगया थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी। इस दौरान मुकेश अपने कार्य और कार्यालय से विभाग के वरीय अधिकारियों के संरक्षण से गायब रहा और पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के भय से फरार रहा। इस दौरान उस पर किसी प्रकार की विभागीय कार्रवाई नहीं की गई। इतना ही नहीं, 31 मार्च 2014 को लोकसभा चुनाव हेतु मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने मुकेश कुमार पर सिविल सर्जन को लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कराना सुनिश्चित करने का पत्र निर्गत किया था।