शंकराचार्य मठ घोषित हो राष्ट्रीय धरोहर
जागरण संवाददाता, बोधगया (गया): बोधगया नागरिक विकास मंच के महासचिव सुरेश सिंह ने सीएम जीतनराम मांझी को एक सुझाव पत्र समर्पित करते हुए गंभीरता पूर्वक विचार करने का आग्रह किया है। श्री सिंह ने समर्पित पत्र में कहा है कि बोधगया स्थित आदि शंकराचार्य मठ का गौरवशाली अतीत रहा है। मठ द्वारा न सिर्फ महाबोधि मंदिर का वर्षो तक देखरेख किया गया। बल्कि बोधगया के निवासियों का भी कल्याण किया गया है। ऐसे में शंकराचार्य मठ को राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जाय। उन्होंने कहा है कि बिहार के विकास के विद्युत व्यवस्था एक महत्वपूर्ण पहलू है। ऐसे में सूबे में बिजली की बचत महत्वपूर्ण है। और यह तभी संभव है जब सूबे में सभी प्रकार के बल्ब व हीटर पर प्रतिबंध लगाया जाए। इसके जगह पर सीएफएल में सब्सीडी का प्रावधान कर बिजली की बचत की जा सकती है। शहरों में अतिक्रमण पर रोक के लिए जिले में अतिक्रमण सुरक्षा बल का गठन, बोधगया को मेडिकल टूरिज्म के तौर पर विकसित करने हेतु बुद्धिस्ट मेडिकल कालेज व अस्पताल का निर्माण, गया-बोधगया नदी तटीय मार्ग पर स्थित अमवां के समीप से ढूंगेश्वरी तक पुल व निरंजना नदी पर बीयर बांध का निर्माण, नोड 2 से ढुंगेश्वरी तक रोप-वे, बोधगया में दशरथ मांझी महादलित आवासीय महाविद्यालय की स्थापना तथा बोधगया व गया के विष्णुपद क्षेत्र में मांस-मदिरा के बिक्री पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाते हुए किसी विशेष क्षेत्र में इसकी बिक्री की व्यवस्था की जाए। श्री सिंह ने कहा कि उपरोक्त सुझावों पर विचार कर अमल में लाने पर भविष्य में बोधगया-गया व बिहार के विकास का फलाफल दृष्टिगत होगा।