जमीन आपकी, कमाई 'खाकी' की
गया, जागरण संवाददाता : गया जंक्शन के सर्क्यूलेटिंग एरिया में संचालित दोपहिया, तिपहिया व चौपहिया वाहन स्टैंड से तो रेलवे को राजस्व की प्राप्ति हो रही है। परंतु गया जंक्शन के आसपास व रेलवे की जमीन पर कई स्थानों पर अवैध आटो स्टैंड संचालित हैं। जिससे रेल को तो नहीं। पर रेल संपत्ति की सुरक्षा से जुड़े महकमे को लोगों को इसका सीधा लाभ प्राप्त हो रहा है। यानि जमीन रेलवे की। और कमाई कोई और कर रहा है।
देखा जाए तो गया जंक्शन के सर्क्यूलेटिंग एरिया में आटो स्टैंड रेलवे की देखरेख में चलता है। पर यहीं से कुछ कदम की दूरी पर रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट व रेल थाना के दक्षिण दिशा में फुट ओवर ब्रिज के पास अवैध तरीके से अनगिनत आटो रिक्शा लगे रहते हैं। यहां से रेलवे स्टेशन को जाने वाली सड़क के किनारे अवैध आटो स्टैंड को रोकने वाला मानो कोई नहीं है। जबकि देखा जाए तो कई वर्ष पहले इसी अवैध स्टैंड के पास एक टेम्पो के कारण रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट के प्रभारी रहे निरीक्षक पी.के. मिश्रा की मौत हो चुकी है। वहीं आए दिन यहां सड़क जाम की समस्या बनी रहती है। रेलवे अधिकारी व कर्मचारियों को इस स्थान से गुजरने में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि पार्सल कार्यालय से निकलने व यहां से बुक होकर जाने वाले माल की ढुलाई करने वक्त व्यापारियों को परेशानी होती है। इसके अलावा एक नंबर गुमटी के नजदीक जीआरपी बैरक के पास, पिलग्रीम प्लेटफार्म के पास, नौ नंबर प्लेटफार्म से सटे सड़क पर, डेल्हा टिकट बुकिंग घर के पास अवैध तरीके से आटो रिक्शा का पार्किंग होता है। इन स्थानों से चलने वाले आटो रिक्शा के चालकों का कहना है कि रेलवे के 'खाकी वर्दी' वालों के रहमोकरम पर हमारी कुछ कमाई हो जाती है। इसके लिए रेलवे को हमें कुछ नहीं देना पड़ता। बस वर्दी वाले 'साहेब' और उनके 'आदमी' को 'खुश' करना पड़ता है।