अपहर्ताओं ने डा.अखिलेश को किया मुक्त
संवाद सूत्र, इमामगंज (गया) :
जिले के कोठी थाना के बघौता गांव के डा.अखिलेश गुरुवार को वापस सकुशल लौट आए। डा. अखिलेश 14 अप्रैल की देर शाम कोठी थाना के नरोतमपुर गांव से मरीज का इलाज कर लौट रहे थे। अपहरणकर्ताओं ने रास्ते में गांव के समीप ही डा.अखिलेश का अपहरण कर लिया। अखिलेश की सकुशल रिहाई के लिए एक मोटी राशि की मांग परिजनों से की गई। स्थानीय ग्रामीणों के दबाव के बाद मंगलवार की देर शाम गया के कोठी थाने में अखिलेश अपहरण कांड को लेकर प्राथमिकी दर्ज हो पाई। अपहरणकर्ता डा.अखिलेश को झारखंड के चतरा जिले के हंटरगंज थाना क्षेत्र में छिपा कर रखे हुए था।
इधर डा.अखिलेश अपहरण कांड के बाद समाज के दो पक्षों के बीच तनाव व्याप्त हो गया। परिजन एवं उनके समर्थक ग्रामीण एक वर्ग विशेष को घटना के लिए जिम्मेदार बता रहे थे। एक बड़े 'नेताजी' की डा.अखिलेश की सकुशल रिहाई के पीछे बड़ी भूमिका होने की चर्चा क्षेत्र में हैं। वहीं, गया पुलिस की ओर से झारखंड पुलिस से डा.अखिलेश की सकुशल रिहाई के लिए कार्रवाई सुनिश्चित कराने का आग्रह किया गया। 'नेताजी' की पहल व समाज में व्याप्त तनाव के बाद अपहरणकर्ता दबाव में आ गए। अपहरणकर्ता बुधवार को डा. अखिलेश को चतरा जिले के हंटरगंज थाना के पास मुक्त कर फरार हो गए। कोठी थानाध्यक्ष साजिद हुसैन का दावा है कि पुलिस दबाव के कारण डा.अखिलेश को अपहरणकर्ताओं ने मुक्त किया है। एसएचओ श्री हुसैन के अनुसार अपहृत की सकुशल रिहाई के लिए पुलिस टीम गठित की गई थी।
दूसरी ओर, डा.अखिलेश ने चुप्पी साध रखी है। वे सिर्फ इतना कह रहे हैं कि उनके साथ अपहरणकर्ताओं ने कोई अमानवीय सलूक नही किया।