बिहार : बस कुछ मिनटों की थी बात, उड़ जाते रेलगाड़ी के परखच्चे...जानिए
पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन रेलवे स्टेशन के आउटर सिग्नल के पास अपराधियों ने रेल ट्रैक पर बम लगा दिया था। वक्त रहते ही उसे डिफ्यूज कर दिया गया नहीं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
पूर्वी चंपारण [जेएनएन]। भारत-नेपाल सीमा से सटे पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन रेलवे स्टेशन के आउटर सिग्नल के पास रक्सौल-दरभंगा रेलखंड के पुल संख्या- 19 के पास अज्ञात बदमाशों ने सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए रेल ट्रैक पर बम लगा दिया।
उसे विभिन्न तरह के तारों से कनेक्ट कर विस्फोट कराने के लिए छोड़ दिया। संयोग बस इतना रहा कि इस बीच शनिवार की अल सुबह घरों से खेलने निकले बच्चे व मार्निंग वाक पर निकले लोगों की नजर बदमाशों की करतूत पर पड़ी। इसी बीच लोगों की नजर रक्सौल से सीतामढ़ी की ओर जानेवाली पैसेंजर ट्रेन संख्या-75228 पर पड़ी। मौके पर मौजूद स्थानीय किशोर व बच्चों ने ट्रेन को बम वाली जगह से दूर रोकने की कोशिश की।
इस दौरान एक ग्रामीण बच्चा अभिमन्यु ने अपना सर्ट निकाला और ट्रेन को झंडी दिखाई। साथ ही कुछ बच्चे पत्थर दिखाने लगे। ट्रेन के चालक को ऐसा आभाष हुआ कि आगे खतरा है और बम वाले स्थान से करीब 15 सौ मीटर दूर ही ट्रेन को रोक दिया।
इस बीच लोगों ने रेल ट्रैक पर बम लगाए जाने की सूचना घोड़ासहन के स्टेशन मास्टर शंभू प्रसाद को दी। सूचना मिलने के साथ स्टेशन मास्टर ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के साथ घोड़ासहन की पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे इलाके को अपनी अभिरक्षा में लेते हुए घटना से वरीय अधिकारियों को अवगत कराया।
पढें - बिहार में ट्रेन से कटे 37 यात्री
पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र राणा ने तत्काल मौके पर एएसपी अभियान राजीव कुमार, सिकरहना एसडीपीओ बमबम चौधरी के नेतृत्व में पुलिस टीम को भेजा है। सिकरहना एसडीओ भी मौके पर कैंप कर रहे हैं। बम निरोधी दस्ता व डॉग स्क्वायर्ड भी मौके पर पहुंचा है।
बम लगानेवालों की हो रही पहचान
पुलिस को मौके से ऐसा कोई साक्ष्य नहीं मिला है, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि बम प्लांट किसने किया। घटना को लेकर लोग यह आशंका जता रहे हैं कि चूंकि इलाका नक्सल प्रभावित है। इस स्थिति में संभव है कि बम नक्सलियों की ओर से लगाया गया है।
खाली कराये गये आसपास का क्षेत्र
बम निरोधी दस्ते ने प्रारंभिक तौर पर प्रेशर कुकर में लगाए गए विस्फोटक को देखने के बाद बताया है कि यह टाइम बम या एंटी हैंडिंग बम हो सकता है। स्थिति को देखते हुए आस-पास के इलाके को खाली कराया गया है। बताया गया है कि बम को डिफ्यूज करने के लिए उसके तार डिशकनेक्ट किए जाने है। साथ ही यदि उससे भी काम नहीं चलता है तो संबंधित स्थान पर भी विस्फोट कराकर उसे नष्ट किया जा सकता है। अभी बम को डिफ्यूज करने की प्रक्रिया चल रही है।
पढें - गया के पास पटना-हटिया एक्सप्रेस बेपटरी, कई ट्रेनें रोकी गईं
सात घंटे से रक्सौल-दरभंगा पर आवागमन बाधित
रेलवे ट्रैक पर बम मिलने के बाद रक्सौल-दरभंगा रेलखंड पर आवागमन शनिवार की सुबह 5:30 बजे से बाधित है। समस्तीपुर के रेल मंडल प्रबंधक ने स्थिति को देखते हुए तत्काल सवारी गाड़ी को रक्सौल के लिए बैक करने का आदेश दिया है। स्थानीय रेलवे प्रशासन ट्रेन को बैक करने में लगा है।
कहा पुलिस अधीक्षक ने-
एएसपी अभियान, सिकरहना एसडीपीओ के साथ एसएसबी व सीआरपीएफ का बम निरोधी दस्ता मौके पर पहुंचा है। पूरे इलाके की घेराबंदी कर जांच की जा रही है। अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। नक्सल प्रभावित इलाके के सभी थानों को अलर्ट पर रखा गया है।
जितेन्द्र राणा
पुलिस अधीक्षक, मोतिहारी (पूच.)