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वर्दीवालों को कैसे ठगता था यह शातिर, जानेंगे तो चौंक पड़ेंगे...

एक शातिर ठग एसटीएफ का डीएसपी बनकर कई पुलिस अधिकारियों को ठगता रहा। जब मामले का खुलासा हुआ तो वर्दीवालों ने भी अपने दांतों तले अंगुलियां दबा लीं।

By Kajal KumariEdited By: Published: Tue, 26 Jul 2016 01:01 PM (IST)Updated: Tue, 26 Jul 2016 06:03 PM (IST)
वर्दीवालों को कैसे ठगता था यह शातिर, जानेंगे तो चौंक पड़ेंगे...

पूर्वी चम्पारण [जेएनएन]। एसटीएफ का डीएसपी बनकर उसने कई पुलिस अधिकारियों को चूना लगाया। निशाने पर मुजफ्फरपुर, बेतिया व बापूधाम मोतिहारी के रेल थानाध्यक्ष रहे। लेकिन जब मामले का खुलासा हुआ तो इस शातिर का अंदाज देख वर्दीवाले भी दांतों तले उंगली दबाने को विवश हुए। यह भी पता चला कि वह डीएम-एसपी बनकर भी लोगों को ठग चुका है।

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इस शातिर की पहचान लखौरा थाने के कटहरिया गांव निवासी लालमोहन राय के रूप में हुई है। पुलिस अब उसकी टोह में लगी हुई है।

उसने अलग-अलग परिचय देकर रेल थानाध्यक्षों को लगभग एक ही तरीके से ठगा। बापूधाम मोतिहारी के रेल थानाध्यक्ष को फोन पर कहा-मैं एसटीएफ का डीएसपी बोल रहा हूं। पटना से एक लड़की का अपहरण हो गया है। इसमें सहयोग की जरूरत है। इसकी गोपनीयता रखनी है। फिर कहा कि आप अलग हटककर प्राइवेट नंबर से बात करें।

फोन करने पर बताया कि लखौरा के विनोद यादव ने लड़की का अपहरण किया है। वह लखौरा के ही अशोक यादव का जेसीबी का चालक है। आप सिविल में लखौरा पहुंच कर जेसीबी मालिक से मिट्टी भरने लिए बात करें। उसे पांच हजार रुपये एडवांस के रूप में दे दें। जेसीबी चालक यहां आएगा तो उसे गिरफ्तार कर लेंगे।

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खुद बन जाता था जेसीबी मालिक

बापूधाम रेल थानाध्यक्ष अरङ्क्षवद कुमार मिश्रा के मुताबिक जब वे लखौरा पहुंचे तो फर्जी डीएसपी ही जेसीबी मालिक अशोक यादव बन गया और मिट्टी भराई के एवज में उनसे एडवांस पांच हजार रुपये ले लिया। कहा कि कल आपकी मिट्टी भराई होगी।

रेल आइजी का रीडर बताया

इससे पूर्व लाल मोहन ने बेतिया और मुजफ्फरपुर रेल थानाध्यक्ष को फोन पर रेल आइजी का रीडर बनकर पांच-पांच हजार रुपये ठग लिए। सफाई इतनी रही कि ठगे जाने के बाद भी थानाध्यक्षों को अहसास नहीं हुआ कि वे शातिर चाल के शिकार हो गए हैं।

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ठगी से बच गए सुगौली रेल थानाध्यक्ष

सुगौली रेल थानाध्यक्ष ठगी से बचे लेकिन दूसरे कारण से। इस शातिर ने उनसे खुद को आइजी का रीडर बताया। फिर अपहरण की बात कह कर थानाध्यक्ष को झांसे में लिया। सुगौली थानाध्यक्ष एडवांस देने के लिए लखौरा रवाना हो चुके थे, लेकिन छपवा चौक पर उनका एक्सीडेंट हो गया जिस कारण वे ठगी से बच गए।

थानाध्यक्ष को दी शाबाशी

बापूधाम रेलथानाध्यक्ष अरविंद कुमार मिश्रा ने बताया कि शातिर काफोन आने के बाद जब उन्होंने उसके बताएव्यक्ति को पांच हजार रुपये दे दिए तो उसने फोन कर थानाध्यक्ष को शाबाशी दी। कहा कि आपके सहयोग से अपहरण मामले का उद्भेदन कर लिया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर लड़की को मुक्त करा लिया गया है।

एसपी जीतेंद्र राणा ने बताया कि रेल एसपी के संपर्क करने पर लखौरा थाना क्षेत्र के कटहरिया गांव में फर्जी डीएसपी के घर पर रविवार शाम छापेमारी की गई लेकिन वह फरार हो गया। इससे पहले वह डीएम व एसपी बन कर ठगी करता था।

रेल एसपी वीरेंद्र नारायण झा ने पुष्टि की कि इस मामले में बापूधाम रेल थाना में प्राथमिकी दर्ज है। कहा कि मोतिहारी के एसपी का पूरा सहयोग मिल रहा है। शातिर की शीघ्र गिरफ्तारी होगी।


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