Move to Jagran APP

ई. अजय हत्याकांड में जांच को पहुंचे सीआईडी इंस्पेक्टर

मोतिहारी। शहर के प्रसिद्ध व्यवसायी सह कृष्णा गैस एजेंसी के मालिक ई. अजय कुमार राय हत्याकांड की जांच

By Edited By: Published: Sat, 06 Feb 2016 12:13 AM (IST)Updated: Sat, 06 Feb 2016 12:13 AM (IST)
ई. अजय हत्याकांड में जांच को पहुंचे सीआईडी इंस्पेक्टर

मोतिहारी। शहर के प्रसिद्ध व्यवसायी सह कृष्णा गैस एजेंसी के मालिक ई. अजय कुमार राय हत्याकांड की जांच करने अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) के इंस्पेक्टर सह नियंत्रण पदाधिकारी सुरेन्द्र कुमार शुक्रवार को मोतिहारी पहुंचे। यहां पहुंचने के साथ उन्होंने मामले की जांच शुरू की है। पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र राणा ने बताया कि हत्याकांड की जांच सीआईडी द्वारा की जा रही है। उसकी जांच के लिए इंस्पेक्टर पहुंचे हैं। सूत्रों की मानें तो इस मामले में छह नामजद अभियुक्तों में तीन की गिरफ्तारी की जा चुकी है। एक ने पुलिस दबिश के कारण न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है। वहीं दो लोगों के बारे में जांच की जा रही है।

loksabha election banner

बता दें कि 8 अप्रैल 2015 की रात करीब 9:40 बजे अजय अपनी एजेंसी कृष्णा गैस के दफ्तर से भवानीपुर जिरात स्थित आवास पर लौट रहे थे। इसी बीच घात लगाए अपराधियों ने को-ऑपरेटिव बैंक के समीप उन्हें गोली मार दी थी। गोली काफी क्लोज रेंज से कनपट्टी में मारी गई थी। 14 अप्रैल 2015 को इलाज के दौरान उनकी मौत पटना में हो गई थी। पुलिस ने हत्याकांड का उदभेदन करते हुए तीन कांट्रैक्ट किलर को गिरफ्तार कर पूर्व में ही जेल भेज चुकी है। इस मामले में अजय राय के पाटनर गिरजानंद राय व उनके दोनों पुत्र राजीव कुमार तथा ¨टकू उर्फ मथिलेश फरार चल रहे थ । पुलिसिया अनुसंधान के बाद इस केस को सीआईडी विभाग द्वारा जांच की जा रही है। राजीव कुमार ने गुरुवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था।

छह लोगों पर हुई थी नामजद प्राथमिकी

गैस एजेंसी के मालिक ई. अजय कुमार राय हत्या के मामले में उनकी पत्नी कौशल्या

देवी ने प्राथमिकी दर्ज कराते कृष्णा यादव, रवि सहनी, सुदामा सहनी, गिरजानंदन राय, राजीव कुमार, ¨टकू उर्फ मिथिलेश को नामजद अभियुक्त बनाया था। मामले में पुलिस कृष्ण, रवि व सुदामा को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।

घटना एक नजर में

8 अप्रैल 2015 रात करीब 9:40 बजे अजय अपनी एजेंसी कृष्णा गैस के दफ्तर से भवानीपुर जिरात स्थित आवास पर लौट रहे थे। इसी बीच घात लगाए अपराधियों ने को-ऑपरेटिव बैंक के समीप उन्हें गोली मार दी थी। गोली काफी क्लोज रेंज से कनपंट्टी में मारी गई थी। वह 14 अप्रैल 2016 को इलाज के दौरान उनकी मौत पटना में हो गई थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.