एक वर्ष बाद अपनों के बीच पहुंची किरण
मोतिहारी । परिवार से बिछड़ने का गम सभी को होता है। बिछड़े परिवार से जब मिलने की बेला आती है तो इसकी खु
मोतिहारी । परिवार से बिछड़ने का गम सभी को होता है। बिछड़े परिवार से जब मिलने की बेला आती है तो इसकी खुशी देखते बनती है। कुछ ऐसा ही किरण कुमारी के साथ हुआ है। तकरीबन एक वर्ष पूर्व किरण अपने परिवार से बिछड़ गई। जिले के डुमरियाघाट थाना क्षेत्र के सरोत्तर निवासी किरण कुमारी को सुगौली में भटकते हुए देखा गया था। किरण मानसिक रूप से थोड़ी कमजोर हैं। लेकिन, दिमाग पर जोर देने के बाद कुछ याद जरूर आता है। सुगौली में किरण को भटकता देख पुलिस ने उसकी खोज-खबर ली। 22 वर्षीया किरण कुमारी के पति मुकेश महतो है। महिला द्वारा सही जानकारी नहीं देने के बाद पुलिस ने उसे मोतिहारी से सटे तुरकौलिया थाना क्षेत्र के रघुनाथपुर स्थित महिला अल्पावास गृह में लाया गया। तब से वह अल्पावास गृह में ही रह रही थी। इस बीच अल्पावास प्रबंधन की ओर से महिला के परिवार की खोज की जा रही थी। महिला से उसके परिवार के बारे में लगातार जानकारियां ली जा रही थी। इस क्रम में महिला ने टूटी-फूटी भाषा में अपने घर की जानकारी दी। इस जानकारी को आधार बनाते हुए अल्पावास प्रशासन स्तर पर डुमरियाघाट थाना क्षेत्र के सरोत्तर गांव में महिला के बारे में सूचना एकत्रित करने में सदस्य जुट गए थे। इस प्रयास में सफलता मिली। महिला के घर की जानकारी हासिल करने में केसरियर एलईओ विभा शर्मा ने बढ़-चढ़कर अपनी महती भूमिका निभाई। इसमें बुधवार को सफलता मिली। इसके बाद महिला के परिजनों को मोतिहारी बुलाया गया। एक समय ऐसा भी आया जब महिला के परिजनों की खबर नहीं मिलता देख अल्पावास प्रशासन ने उसे नारी निकेतन भेजने की सोची थी, पर किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था। आखिर महिला को अपने परिवार के बीच जाना था। किरण के परिजनों को उसके अल्पावास गृह में होने की सूचना दी गई जहां सूचना पर महिला के परिजन गुरूवार को अल्पावास गृह पहुंचे। अल्पावास गृह में किरण के पति के अलावा उसकी सास मुन्नी देवी, ससुर महादेव महतो, देवर, देवरानी पहुंचे थे। परिजनों को अपने बीच पाकर महिला के चेहरे पर खुशी के भाव साफ दिख रहे थे।
==========================नाराज होकर निकली थी घर से
डुमरियाघाट निवासी किरण कुमारी अपने घर से नाराज होकर निकल गई थी। इसके बाद वह भटकते-भटकते सुगौली थाना क्षेत्र में पहुंच गई। भला हो सुगौली पुलिस का जिसकी नजर महिला पर पड़ी। उसका हाल जानने के बाद अल्पावास गृह भेजवाया गया।
=========================किरण के घर जाने से अल्पावास कर्मियों में है हर्षकिरण के घर जाने से अल्पावास के सभी कर्मियों में हर्ष है। अल्पावास के कर्मियों में बबिता श्रीवास्तव, संस्था प्रतिनिधि रेशमी सिन्हा, काउंसलर अर्चना कुमारी, रंभा ¨सह, संजीव कुमार, ललीता देवी, अरूण कुमार, त्रिभुनाथ चौबे ने हर्ष जताया है।=========================वर्जन
महिला घर से नाराज होकर निकल गई थी। एक वर्ष से वह अल्पावास गृह में रह रही थी। उसके परिजन की खोज लगातार की जा रही थी। इसमें सफलता मिली। महिला अब अपने परिवार के बीच है।
- आशा ¨सह, प्रशिक्षण सह पुनर्वास पदाधिकारी, अल्पावास गृह मोतिहारी
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- संपादन-संजय