नाकेबंदी के समर्थन में जुलूस-प्रदर्शन
मोतिहारी। नेपाल में चल रहे मधेस आंदोलन के पक्ष-विपक्ष में छात्र संगठनों ने कअलग-अलग स्थान पर प्रदर्श
मोतिहारी। नेपाल में चल रहे मधेस आंदोलन के पक्ष-विपक्ष में छात्र संगठनों ने कअलग-अलग स्थान पर प्रदर्शन किया। मधेसी मोर्चा के आर्थिक नाकेबंदी के समर्थन में स्कूली बच्चों व आंदोलनकारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाये, जिसमें संविधान में बराबर का हक-अधिकार दो आदि नारे लगाये । वहीं भारत पर नाकेबंदी का आरोप लगाते हुए , होस्टल संघ व अभिभावक संघ के माध्यम से माओवादी संगठन ने प्रदर्शन कर भारत विरोधी नारे लगाये। वहीं पर्सा, रूपनदेही, बारा, धनुषा, सिरहा, सप्तरी, नवलपरासी आदि जिलों में स्वतंत्र मधेस आजाद देश, रंग भेद का अंत हो आदि नारे के साथ डा.सीके राउत समूह के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाल प्रदर्शन किया, जिसमें नेपाली उपनिवेश का अंत हो, मधेस देश स्वतंत्र हो के नारे लगाये । इधर मधेसी, थारू जनजाति, आदिवासी, मुस्लिम आदि लोगों ने प्रदर्शन किया।
मोर्चा के मंच में लगायी आग
नेपाल के इटहरी में संयुक्त लोकतांत्रिक मधेसी मोर्चा के मंच में पहाड़ी समुदाय के लोगों ने आग लगा दिया। मधेसी मोर्चा के राष्ट्रीय नेता राजेन्द्र महतो व उपेन्द्र यादव आंदोलन को सख्त बनाने के लिए जनसभा को संबोधित करने पहुंचे थे। माओवादी व सताधारी दल के स्थानीय लोगों ने मंच में आग लगाकर मधेस आंदोलन का विरोध किया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई है। मोर्चा कार्यकर्ता आक्रोशित होकर प्रतिकार में आमने-सामने हो गये। स्थिति को बिगड़ते देख डीएसपी ओम अधिकारी ने स्थल पर पहुंच स्थिति को नियंत्रित किया। इस घटना के संबंध में चूरेभावर पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष बद्री प्रसाद न्योपाने ने कहा कि जातीय विभेद व क्षेत्रीय तनाव बढ़ रहा है।
नाकेबंदी के दौरान प्रदर्शन
पर्सा जिला वीरगंज में भारत-नेपाल मैत्री पुल पर मधेसी मोर्चा के नेताओं ने आयात-निर्यात ठप रखा। तमलोपा के अध्यक्ष जितेन्द्र सोनल के नेतृत्व में बारा जिलाध्यक्ष नवलकिशोर सिंह आदि मधेसी मोर्चा के नेताओं ने नाकेबंदी स्थल पर प्रदर्शन किया। वहीं पर्सा जिला के मोर्चा के संयोजक प्रदीप यादव के नेतृत्व में मिनी सिंह, मुन्नी श्रीवास्तव, निजामुद्दीन समानी, प्रदीप चौरसिया, राजेशमान सिंह, शिव पटेल, अनिरूद्ध सिंह, प्रेमबाबू पटेल, कृष्णा प्रसाद आदि ने सीमा क्षेत्र के स्कूलों व ग्रामीण क्षेत्रों में बैठक की, जिसमें कार्यकर्ताओं से आंदोलन को सख्त बनाने की अपील की।