किसानों को मिलेंगे स्वायल हेल्थ कार्ड, कवायद तेज
मोतिहारी । कृषि विभाग ने किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड देने की तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है। हाला
मोतिहारी । कृषि विभाग ने किसानों को स्वायल हेल्थ कार्ड देने की तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी है। हालांकि तय लक्ष्य के अनुरूप कार्ड बांटने का में विभाग अभी भी काफी पीछे है। जानकारी के अनुसार 5 दिसंबर को मिट्टी दिवस के अवसर पर जिला कृषि कार्यालय व पीपराकोठी स्थित केविके में कार्यक्रम के बीच इसका वितरण होगा। बता दें कि मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना 2015-16 के अंतर्गत खरीफ सीजन के लिए कुल 17,398 मिट्टी के नमूनों की जांच का लक्ष्य रखा गया था, मगर शुरुआती विलंब के कारण अब जाकर जांच का काम पूरा हुआ है। हालांकि लक्ष्य के अनुरूप नमूनों का संग्रह नहीं किया जा सका था। विभागीय आंकड़ों के अनुसार ऑनलाइन कुल 4702 नमूने प्राप्त हुए थे। जबकि प्रयोगशाला में कुल 3240 नमूने भेजे गए थे। इनमें भी 2990 नमूनों की ही जांच हुई, जिसे ऑनलाइन भी कर दिया गया है। वहीं 250 नमूनों को जांच के लिए केविके पीपराकोठी भेजा गया है।
अभी तक महज 580 हेल्थ कार्ड तैयार
जिला कृषि विभाग तमाम कवायदों के बावजूद अब तक महज 580 स्वायल हेल्थ कार्ड तैयार कर सका है। इनमें कल्याणपुर प्रखंड के 179, अरेराज 109, तेतरिया 47, बंजरिया 37 व कोटवा में सर्वाधिक 208 स्वायल हेल्थ कार्ड तैयार किए गए हैं। अन्य प्रखंडों का रिजल्ट फिलहाल आंकड़ों से गायब है।
मिट्टी जांच के फायदों से किसान अब भी अंजान
किसान हितकारी केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक स्वायल हेल्थ योजना भी है। इस योजना का लाभ हर किसान को मिले, किसान जागरूक हो यह मंशा सरकार की है, इस कारण मिट्टी दिवस का आयोजन किया जा रहा है। मकसद यहीं था कि किसान बगैर जरूरत के अंधाधुंध रासायनिक खादों का प्रयोग न करें। मिट्टी जांच से उनके खेत को किन पोषक तत्वों की कमी है, इसकी जानकारी मिल जाती। इससे जरूरत के अनुरूप वे खाद का प्रयोग करते। इससे खेतों की उर्वरा शक्ति भी बनी रहती और बेवजह उर्वरक पर पैसे भी नहीं खर्च करने पड़ते।
वर्जन
'स्वायल हेल्थ कार्ड वितरण के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। 5 को जिले में दो जगहों पर कार्यक्रम आयोजित कर किसानों में कार्ड का वितरण किया जाएगा।'
रामबाबू, जिला कृषि पदाधिकारी, मोतिहारी