बुझ गया घर का इकलौता चिराग
मोतिहारी। डीएवी का छात्र आशीष घर का इकलौता चश्मो चिराग था । उसके मामा पुष्प रतन की माने तो गुरुवार क
मोतिहारी। डीएवी का छात्र आशीष घर का इकलौता चश्मो चिराग था । उसके मामा पुष्प रतन की माने तो गुरुवार को वह अपने दोस्त मोहित के साथ मां से दो सौ रुपये लेकर निकला था । मां को क्या पता कि मेरा इकलौता पुत्र अब घर नहीं लौटगा । मामा ने शुक्रवार को बंजरिया थाने में लापता होने की सूचना दी थी ।
मां व पिता दोनों में हो चुका था अलगाव
पारिवारिक सूत्रों की माने तो वर्ष 1997 में अतुल व सुलेखा की शादी हुइ थी । आशीष इन्हीं की संतान था। 2006 से पारिवारिक विवाद के कारण दोनों अलग- अलग रहने लगे। मामला न्यायालय में पहुंचा। कोर्ट के आदेश पर बच्चा मां के साथ रहने लगा व पिता अकेले खगड़िया में रहकर नौकरी करते हैं ।
आशीष तीन माह में 8 बार हीं गया था स्कूल
पारिवारिक सूत्रों की माने जो आशीष अपने स्कूल के लिए रोज बस से जाता था ,परन्तु स्कूल नहीं जाता था। फिर वह कहां जाता था क्या कभी परिजनों ने खोजबीन की या स्कूल प्रशासन द्वारा इसकी सूचना परिजनों दी, पुलिस इस ¨बदु पर भी जांच कर रही है । हत्या के रोज वह घर से निकला तो सेलफोन लेकर निकला था, परन्तु उसका सेलफोन बंद हो गया । उसके दोस्तों की माने तो वह कभी कभी स्कूल भी जाता था तो उत्तरप्रदेश के संपत ¨सह की जीप से जाता था । छात्र के बैग से गौ पुत्र सेना का पर्चा भी मिला है, वह अपने को नगर अध्यक्ष बताता था । पुलिस इस संपत की भी तलाश कर रही है।
मामा के बयान पर तीन लोगों के खिलाफ आवेदन
इधर हत्या के मामले में आशीष के मामा ने नगर थाना में तीन लोगों के खिलाफ आवेदन दिया गया है, इनमें उत्तर प्रदेश निवासी संपत ¨सह, मोहित व रिपू शामिल है। पुलिस छात्र के बैग से मिली डायरी के आधार पर नंबरों को खंगाल रही है।