राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम में कोताही बर्दाश्त नहीं
मोतिहारी । स्वास्थ्य विभाग के अपर कार्यपालक निदेशक राहुल कुमार ने जिले के विभागीय अधिकारियों के साथ
मोतिहारी । स्वास्थ्य विभाग के अपर कार्यपालक निदेशक राहुल कुमार ने जिले के विभागीय अधिकारियों के साथ मंगलवार को वीडियो कांफ्रे¨सग की। इस दौरान उन्होंने सरकारी विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर संचालित होने वाले राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम की तैयारियों की जानकारियां ली। उन्होंने कहा कि विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर जाने से एक सप्ताह पूर्व संबंधित विद्यालयों व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सूचना दे दी जाए। ऐसा करने पर विद्यालय व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चे उपस्थित रहेंगे, जिससे इसका लाभ सही से बच्चों को मिल सकेगा। ईडी ने स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्यक्रम का संचालन सही ढंग से किया जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाए। उन्होंने कहा कि आरएसबीके के तहत आंगनबाड़ी केन्द्रों व विद्यालयों के 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को इसका लाभ दिलाया जाएगा। इसके लिए आयुष चिकित्सकों के अलावा एएनएम व फार्मासिस्टों की बहाली की गई है। ईडी ने कहा कि कार्यक्रम के तहत प्रत्येक दिन कम से कम सौ बच्चों के स्वास्थ्य की जांच करनी है। साथ ही इसकी ऑनलाइन इंट्री भी करनी है। उन्होंने निर्देश दिया कि अगर फिल्ड में किसी भी कर्मी की कमी हो तो इसे संबंधित पीएचसी से पूरा करे। उन्होंने पकड़ीदयाल व चकिया में फर्स्ट रेफर यूनिट (एफआरयू) का संचालन करने का निर्देश दिया। श्री कुमार ने बताया कि इसके लिए दो सर्जन की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। इसके साथ अब वहां पर आपरेशन करना शुरू किया जाए। इसके अलावा कहा कि अगर बाहर से पोस्टेड होने वाले डाक्टर अगर अपना योगदान नहीं करते है तो ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने 11 से 31 जुलाई तक चलाये जाने वाले परिवार नियोजन के आपरेशन के लिए उपलब्ध दवाओं की स्थितियों की जानकारियां ली। मौके पर प्रभारी सिविल सर्जन डा. आलोक कुमार, डीपीएम अमित अचल, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. रविशंकर, जिला मूल्यांकन व अनुश्रवण पदाधिकारी विनय कुमार ¨सह, नंदन झा उपस्थित थे।