इस सड़क पर संभव नहीं वाहन का परिचालन
मोतिहारी। घोड़ासहन-बनकटवा-रक्सौल मुख्य पथ की जर्जर हालत को लेकर निजी बस सेवाओं का परिचालन बंद कर दिया
मोतिहारी। घोड़ासहन-बनकटवा-रक्सौल मुख्य पथ की जर्जर हालत को लेकर निजी बस सेवाओं का परिचालन बंद कर दिया गया है। इस कारण आमजनों व राहगीरों की परेशानी बढ़ गयी है। परिचालन बंद होने के बाद रक्सौल से बनकटवा या घोड़ासहन आने के लिए रेल सेवा ही एक मात्र विकल्प है। सीतामढ़ी-रक्सौल रेलखंड पर महज तीन सवारी गाडिय़ो का ही परिचालन किए जाने से आमजन परेशान हैं। साथ ही घोड़ासहन रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं होने से उक्त रेलखंड पर परिचालित एक्सप्रेस ट्रेनों का लाभ बनकटवा व घोड़ासहन प्रखंड के लोगों को नहीं मिल पा रहा है। इधर घोड़ासहन नहर अंतर्गत बनकटवा व छौड़ादानो को जोडऩे वाले मुख्य पथ के बनकटवा नहर चौक से जमुनी पुल तक पीसीसी सड़क निर्माण किए जाने के महीनो बाद भी फ्लैंक अर्थात किनारों को नहीं भरे जाने व सड़क बनने के छ: माह बाद ही इसके टूटने की प्रक्रिया शुरू हो जाने का खामियाजा आमजन व राहगीरो को भुगतना पड़ रहा है। गौरतलब है कि घोड़ासहन-छौड़ादानो-रक्सौल मुख्य पथ का यह प्रमुख भाग वनवे सड़क बनकर रह गया है। एक बड़ी गाड़ी के प्रवेश करने के साथ ही अन्य गाडिय़ों का परिचालन रूक जाता है। विपरित दिशा के दो छोटी गाडिय़ो को भी मुश्किल से पार कराया जाता है। ऐसे में प्रतिदिन जाम लगने के बाद दोपहिया वाहनों का चलना भी संभव नहीं हो पाता है। इस कारण लोग आये दिन दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं। जिसकी सुधि लेने वाला कोई नही है। कनीय अभियंता मो.खुर्शीद ने बताया कि एक सप्ताह के अन्दर फ्लैंक भरने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि क्षेत्रिय विकास योजना अंतर्गत 1 करोड़ 84 लाख की लागत से बनने वाले उक्त पथ के निर्माण के बाद मुख्यमंत्री सड़क योजना अंतर्गत जमुनी पुल से छौड़ादानो पथ का निर्माण कार्य भी शुरू किया गया। किन्तु उक्त सड़क निर्माण कार्य भी अधर मे लटका हुआ है। जिस कारण उक्त सड़क पूर्णत: जर्जर स्थिति में आ पहुंची है। इसको लेकर निजी बस संचालकों द्वारा फिलहाल उक्त पथ पर बसो का परिचालन बंद कर दिया गया है।