चिकित्सकों के हंगामा से खुली चोरी की पोल
मंगलवार को ऑपरेशन थिएटर(ओटी ) में जमकर हंगामा किया।
दरभंगा। डीएमसीएच के हडडी रोग विभाग के वार्ड में पीजी डॉक्टरों ने चिकित्सा सामग्री नहीं उपलब्ध रहने पर मंगलवार को ऑपरेशन थिएटर(ओटी ) में जमकर हंगामा किया। पीजी चिकित्सक मरीजों को प्रदत्त सुविधाएं बहाल करने को लेकर परेशान थे। मरीजों के हक में चिकित्सकों का हंगामा तब हुआ जब एक मरीज का आज ऑपरेशन होना था। उस मरीज के लिए नेल्स में छेद करने के लिए इलेक्ट्रिक बेल पीजी डॉक्टरों ने ड्रेसर राजेन्दर शर्मा से देने को कहा। सामग्री नहीं देने पर पीजी डॉक्टरों ने ओटी में ही हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पाकर अस्पताल अधीक्षक भी वहां पहुंच गए। वह ओपीडी में निरीक्षण कर रहे थे। अस्पताल अधीक्षक हडडी रोग विभाग के ओटी में पहुंचे। मामला गंभीर होते देख पीजी डॉक्टरों को शांत कराया गया। अस्पताल अधीक्षक ने ड्रेसर श्री शर्मा को आलमारी खोलने को कहा। ड्रेसर ने चाबी नहीं होने का बहाना बनाया। लेकिन अस्पताल अधीक्षक आज खुलासा करने पर आमदा थे। अस्पताल अधीक्षक ने ड्रेसर को घर से आलमीरा की चाबी लाने को कहा और उसके साथ एक कर्मी को भी लगा दिया। वह कर्मी घर से चाबी लेकर आधा घंटा बाद पहुंचा। अस्पताल अधीक्षक के सामने ड्रेसर ने आलमीरा को एक-एक कर खोला । जैसे जैसे अलमीरा खुल रहा था। उपचार सामग्री का जखीरा देखकर सभी दंग हो रहे थे। वरीय डॉक्टरों से लेकर पीजी डॉक्टरों की ऑखें फटी की फटी रह गई। जिस उपचार सामग्री को लेकर कर्मी डॉक्टरों और मरीजों को टरका देते थे वह उपचार सामग्री आलमीरा में बंद मिली। निरीक्षण का दायरा सिस्टर इंचार्ज इंदिरा कुमारी थापा के रूम तक पहुंचा। सिस्टर इंचार्ज के सभी आलमीरा को भी खुलवाया गया। यहां भी आलमीरा से काफी मात्रा में उपचार सामग्री निकली। डॉक्टर और कर्मी यह देख अवाक थे। अस्पताल अधीक्षक यह देख विफर रहे थे। जिस सामग्री के लिए अस्पताल अधीक्षक मरीजों से हमेशा झिड़कियां सुना करते थे वह सामग्री कर्मी मेन स्टोर से लेकर आलमीरा में बंद रखे थे। इधर मरीज बाजार और दलालों से उपचार सामग्री खरीदा करते थे। वरीय डॉक्टरों न बताया कि सामग्री रहते नहीं देने पर परिजनों से वे लोग आए दिन बातें सुनते रहते हैं।अस्पताल अधीक्षक डॉ. एसके मिश्रा ने बताया कि इन दोनों कर्मियों पर सख्त कार्रवाई होगी।
------------------------सिस्टर इंचार्ज समेत दो कर्मियों से जवाब तलब
जागरण संवाददाता, दरभंगा: डीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. एसके मिश्रा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों कर्मियों से जवाब तलब किया हैं। इसमें ओटी के सिस्टर इंचार्य इंदिरा कुमारी थापा और ड्रेसर राजेन्दर शर्मा शामिल हैं। दोनों को 24 घंटों के भीतर इसका जवाब देने का सख्त आदेश जारी किया गया है।
डीएमसीएच में मुखियाजी के नाम से चर्चित उपचार सामग्री बेचने वाला दलाल ओटी में घुसकर कर्मियों के सहयोग से नेल्स, प्लेट, तार, पल्स ऑक्सीमीटर आदि सामग्री बेचता था। उधर डीएमसीएच का सामग्री को आलमीरा में रखकर ऐसे सामग्रियों का अभाव बताया जाता था। ताकि दलालों की सामग्री खुब बिक सके। ---------------------------------------------------------------------
ओटी का कभी नही हुआ निरीक्षण
जासं, दरभंगा: डीएमसीएच प्रशासन ने कभी इस ओटी का निरीक्षण नहीं किया था। इस ओटी का नियमित निरीक्षण होता तो मरीजों को उपचार सामग्री नहीं मिलने को लेकर डीएमसीएच की यह भद नहीं पीटती। इस ओटी के मरीजों को इतने सालों में एक भी नेल्स नही मिला। एक स्क्रू तक मरीजों को नसीब नही हो पाया। मरीज हरेक ऑपरेशन की सामग्री के लिए दलालों पर निर्भर रहा करते थे। अस्पताल प्रशासन को मरीजों से हमेशा यह शिकायत मिलती थी । लेकिन अस्पताल अधीक्षक और अस्पताल उपाधीक्षक ने इसकी सुध के नाम पर निरीक्षण करने की जरूरत नहीं समझी थी। पीजी डॉक्टरों के इस हंगामे ने डीएमसीएच प्रशासन की आंख खोल दी है।