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जलजमाव से जूझते लक्ष्मीसागर में पेयजल संकट

वार्ड नं. 15 अपने विकृत भूगोल में समृद्ध इतिहास को समेटे हुए है।

By Edited By: Published: Wed, 22 Feb 2017 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 22 Feb 2017 03:01 AM (IST)
जलजमाव से जूझते लक्ष्मीसागर में पेयजल संकट
जलजमाव से जूझते लक्ष्मीसागर में पेयजल संकट

दरभंगा। नगर निगम का वार्ड नं. 15 अपने विकृत भूगोल में समृद्ध इतिहास को समेटे हुए है। दरभंगा महाराजा से जुड़े कई ऐतिहासिक तथ्य वार्ड में मौजूद हैं। जो अब अपना अस्तित्व खो रहे हैं। महाराजा का कोहबर गृह इसी वार्ड में था। महारानी के नहाने के लिए दुल्हनियां पोखर की व्यवस्था भी चाक चौबंद हुआ करती थी। आजादी के बाद कई मंत्रियों ने भी अपना निवास स्थान यहीं बनाया। आज भी कई पूर्व एवं वर्तमान मंत्री का लक्ष्मीसागर में आवास है। सूबे के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री डॉ. मदन मोहन झा का आवास भी वार्ड की शोभा बढ़ा रहा है। इन सभी विशेषताओं के बाद भी पूर्व से चली आ रही जलजमाव की समस्या बरकरार है। वार्ड में विकास के नाम पर सड़क नाली निर्माण सहित अन्य कार्य भी खूब हुए। लेकिन जल जमाव में सभी विकासात्मक कार्य की जल समाधि बनकर रह गई है। नाली निर्माण में निरंतरता की कमी से जल जमाव की समस्या ने अब विकराल रूप धारण कर लिया है। लक्ष्मीसागर के लोगों ने कहा कि घर के सामने गंदा पानी से होकर रोज बच्चे स्कूल जाते हैं। जिससे बच्चों को अनेक प्रकार के रोगों का संक्रमण हो जाता है। वार्ड में सड़क एवं गली पक्कीकरण तो कर दी गई लेकिन नाली निर्माण और जल निकासी के अभाव में सब बेकार है। वार्ड में ऐसा नहीं कि जल जमाव ही समस्या है। बल्कि पेयजल का भी यहां घोर संकट है। धनी वर्ग जहां समरसेबुल से पेयजल की खपत की पूर्ति कर लेते हैं। वहीं गरीबों को सरकारी चापाकल का भी सहारा लेना पड़ता है। जन कल्याणकारी योजना के लाभ से भी अनेक लोग वंचित है। रेलवे लाइन से पूरब बसे वार्ड की आबादी साढ़े सात हजार है। वार्ड में मतदाताओं की संख्या चार हजार है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन यादप करनेवाले 6 ासै परिवारों को चिन्हित किया गया है। 170 परिवारों को अंत्योदय योजना का भी लाभ मिल रहा है। विभिन्न योजना के अंतर्गत साढे तीन सौ लोगों को पेंशन का लाभ प्राप्त है। अनाज एवं केरोसिन वितरण के लिए 5 डीलर नियुक्त है। कई लोगों ने डीलर की मनमानी की शिकायत भी की। समस्त वार्ड में पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए पार्षद ने 20 चापाकल लगवाने का दावा किया। एक प्राथमिक एवं एक मध्य विद्यालय वार्ड के बच्चों को चिन्हित करने के लिए है। पार्षद ने वार्ड में दो सौा शौचालय एवं 84 आवास योजना से लोगों को लाभान्वित कराने का भी दावा किया है।

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कहते हैं वार्ड के निवासी

पार्षद ने काम तो बहुत किया है लेकिन जल जमाव की समस्या बनी हुई है। राशन कार्ड और पेंशन योजना से भी बहुत लोग लाभान्वित हुए है।

राजीव कुमार

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हम लोगों के लिए पार्षद ने बहुत काम किया। सड़क, नाली, सफाई पर विशेष ध्यान देती है। जल जमाव का कोई समाधान आज तक नही निकला है। बस यही एक समस्या रह गयी।

किशुन महतो

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बार-बार पार्षद के घर का चक्कर लगा रहे हैं। शौचालय एवं आवास से अभी तक वंचित है। जिनके साथ आवेदन दिया था उसका मकान भी अब तैयार होने वाला है।

डब्लू कुमार

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मुख्य समस्या जल जमाव है, इसे जब तक दूर नही किया जाएगा। सब बेकार है। सड़क नाली बनाकर क्या फायदा जब सब पानी में डूबे रहते हैं। पार्षद को कभी ठोस पहल करे हुए नहीं देखा।

डीपी चौधरी

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नाली की सफाई और निकासी नही होने से जल जमाव अब असहनीय समस्या बन गयी है। सफाई कर्मी कभी झांकने भी नहीं आते हैं।

लक्ष्मी प्रसाद

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पार्षद को ड्रेनेज की व्यवस्था सबसे पहले करनी चाहिए जो अब तक नही किया है। केवल इधर उधर करके जनता को बहला रही है।

मनीष कुमार

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जल जमाव केवल इस वार्ड की समस्या नहीं है। समस्त शहर इससे पीड़ित है। हमने नगर निगम से मिलने वाले संसाधन से जल जमाव की समस्या दूर करने का बहुत प्रयास किया लेकिन थोड़ा सा कार्य बचा हुआ है। बहुत जल्द वार्ड वासियों को जल जमाव से छुटकारा मिल जाएगा।

सुचित्रा रानी, पार्षद नं. 15

वार्ड नं. 15

जनसंख्या - 7500

मतदाता - 4000

बीपीएल - 600

अंत्योदय - 170

पेंशन लाभुक - 350

जविप्र दुकान - 5

स्कूल - 2

चापाकल - 20--


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